जम्मू कश्मीर में इंटरनेट वीपीएन सेवा को प्रशासन ने किया बंद
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर प्रशासन ने वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क यानि वीपीएन को पूरी तरह से बंद कर दिया है, जिसका प्रयोग स्थानीय लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने के लिए करते थे। कश्मीर के स्थानीय सोशल एक्टिविस्ट का कहना है कि यहां सिर्फ एयरटेल का एक वीपीएन काम कर रहा है। लेकिन यह हद से ज्यादा धीमा है। बता दें कि प्रशासन की ओर से यह कदम घाटी में इंटनेट सेवा बहाल किए जाने से पहले सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है। इससे पहले केंद्र सरकार की ओर से कहा गया था कि 4 मार्च तक इंटरनेट पर से प्रतिबंध को हटा दिया जाएगा। जम्मू कश्मीर प्रशासन ने मीडिया को जानकारी दी है कि वीपीएन का इस्तेमाल देश विरोधी लोग गलत इरादों से कर रहे थे, जिससे कि वह घाटी में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे सके।
सोशल एक्टिविस्ट का कहना है कि सरकार ने 2जी सेवा को जनवरी माह में बहाल कर दिया है लेकिन सोशल मीडिया एप पर अभी भी प्रतिबंध है। हमने सोशल मीडिया से जुड़ने के लिए वीपएन का रास्ता निकाला था। हालांकि यह काफी धीमा था, लेकिन अब यह पूरी तरह से बंद हो चुका है। एक अन्य पत्रकार ने बताया कि वह जम्मू से स्थानीय मीडिया के लिए काम करते हैं, लिहाजा ब्रेकिंग खबरें भेजना उनके लिए काफी अहम है। 2जी इंटरनेट काफी धीमा है और फोन लगातार हैंग होता है अगर आप वीपीएन से एप का इस्तेमाल करते हैं। मैं अपनी स्टोरी श्रीनगर के मीडिया सेंटर से भेजता हूं।
केंद्र सरकार ने एएक आधिकारिक रिलीज में 15 फरवरी को कहा था कि एक बार सेंसरशिप सिस्टम इंस्टॉल हो जाए तो 4जी सेवाओं को बहाल कर दिया जाएगा। फिलहाल जम्मू कस्मीर के लोगों को देश हित में थोड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जम्मू कश्मीर प्रशासन सिस्को के साथ मिलकर काम कर रहा है जिससे कि फायरवॉल तकनीक को लागू किया जा सके ताकि लोग सोशल प्रतिबंधित सोशल मीडिया साइट का इस्तेमाल ना कर सके।
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