भारत के खिलाफ आतंक की नई फौज, ISIS, सिमी, अल कायदा और IM एक साथ
बेंगलुरु।
सीरिया
में
आईएसआईएस
और
अलकायदा
हाथ
मिलाने
जा
रहे
हैं।
आईएसआईएस
और
अलकायदा
के
साथ
आने
का
मतलब
है
भारत
के
खिलाफ
आतंक
की
नई
फौज
का
तैयार
होना।
एक
ऐसी
फौज
जो
आने
वाले
समय
में
भारत
में
बड़े
आतंकी
हमलों
की
साजिश
को
अंजाम
दे
सकती
है।
आईएसआईएस
के
नेता
अबु
बकर
अल
बगदादी
ने
अपना
नया
वीडियो
जारी
किया
है।
इस
वीडियो
से
यह
बात
काफी
हद
तक
साफ
हो
गई
है।
ISIS और अल कायदा के साथ आने के मायने
इस वीडियो के बाद भारतीय इंटेलीजेंस एजेंसियों की ओर से भी एक नया अलर्ट जारी कर दिया गया है। अल कायदा और आईएसआईएस के साथ आने की खबरों ने इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) के कान खड़े कर दिए हैं। बगदादी का नया वीडियो और आईएसआईएस का अल कायदा से हाथ मिलाना, यह दो ऐसी खबरें हैं जिनके बाद सिमी और इंडियन मुजाहिद्दीन (आईएम)के लिए स्थिति बड़ी अजीब हो गई है।
यह दोनों ही संगठन अब आईएसआईएस और अलकायदा से जुड़े हुए हैं। इस नए डेवलपमेंट के बाद दोनों ही संगठनों के सामने असमंजस की स्थिति है। आईएसआईएस और अल कायदा दोनों ही एक दूसरे के विरोधी थे।
आईएसआईएस के लिए लोगों की भर्ती करने वाला सुल्तान अहमद अरमार ने हमेशा ही अपनी चैट में इस बात का जिक्र किया है, इस संगठन के लिए लोगों की भर्ती में बड़ा ही कंफ्यूजन रहता है।
अब आसान होगा सिमी और आईएम का काम
अरमार आईएम का सदस्य है तो अभी तक अल कायदा के लिए लोगों की भर्ती कर रहा था। जब से आईएसआईएस ने दुनिया पर अपनी पकड़ मजबूत की, उसने अपनी प्राथमिकताएं भी बदल ली। अब अलकायदा की जगइ वह आईएसआईएस के लिए लोगों की भर्ती करने लगा।
अरमार पाकिस्तान के नागरिक कामरान शाह के साथ संगठन के लिए लोगों की भर्ती कर रहा था। अब जबकि आईएसआईएस और अलकायदा दोनों ने ही साथ आने का मन बना लिया है तो अरमार ने भी राहत की सांस ली है।
भारत के खिलाफ चार आतंकी संगठन एक साथ
यहीं से भारत के लिए खतरा चार गुना तक बढ़ गया है। इन संगठनों के साथ होने का मतलब भारत को आतंक की एक पूरी संगठित फौज का सामना करना पड़ेगा। आने वाले समय में अल कायदा और आईएसआईएस दोनों ही अब सिमी और इंडियन मुजाहिद्दीन दोनों के साथ मिलकर भारत की सरजमीं पर हमलों की तैयारी कर ली है। एजेंसी के सूत्रों की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है।
काउंटर टेररिज्म के विशेषज्ञों के मुताबिक आईएम और सिमी अभी तक अलग-अलग इकाईयों के तौर पर काम कर रहे हैं। सिमी अलकायदा के लिए फंड इकट्ठा करने का काम कर रहा है और इसका झुकाव भी अलकायदा की तरफ है।
वहीं दूसरी तरफ आईएम ने फैसला कर लिया है कि वह आईएसआईएस को देश में रणनीतिक समर्थन देगा। आईएम पाकिस्तान के संगठन तहरीक-ए-तालिबान अंसार-उल-तवाहिद का हिस्सा है।
रखी जा रही है अरमार पर नजर
भारतीय एजेंसियों के मुताबिक वे सुल्तान अहमद अरमार की गतिविधियों पर करीब से नजर रखे हुए है। अरमार फिलहाल पाकिस्तान में है। हाल ही में हैदराबाद में गिरफ्तार दो ऑपरेटिव्स ने पूछताछ में इस बात की ओर से इशारा किया है कि अरमार लगातार उनके संपर्क में थे।
इसके अलावा सोशल मीडिया पर उसकी पोस्ट्स और उसकी चैट ट्रांसक्रिप्ट्स बतौर सुबूत भारतीय एजेंसियों ने अपने पास रखा है। हैदराबाद के एक पुलिस अधिकारी की ओर से जानकारी दी गई है कि वह अरमार के खिलाफ केस दर्ज करेंगे। यह पहली बार होगा जब अरमार के खिलाफ कोई केस दर्ज किया जाएगा।