चीन से तनातनी पर बोले स्वामी- LAC पर घुसपैठ की बात कभी मानेगा ही नहीं ड्रैगन
नई दिल्ली। भारत-चीन के बीच जारी तनाव को लेकर बीजेपी सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा है कि चीन एलएसी पार करने की बात को कभी स्वीकार नहीं करेगा। दरअसल चीन ने भारतीय जवानों पर एलएसी पार कर चीनी सैनिकों को चेताते हुए फायरिंग करने का आरोप लगाया है। इस पर भारतीय सेना ने बयान जारी कर इसे नकारा है और चीन के सैनिकों द्वारा फायरिंग करने की बात कही है। इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए स्वामी ने लिखा है कि 'हमने एलएसी पार नहीं की, यह नकारने की बजाय हमें चाइनीज से उल्टा सवाल पूछना चाहिए कि क्या उनके जवानों ने एलएसी पार की है? अगर वो मना करते हैं तो हमें भी मना कर सकते हैं। चीनी कभी भी हां नहीं कहेगा।'
मॉस्को से विदेश मंत्री को वापस बुलाएं पीएम मोदी
विदेश मंत्री एस जयशंकर मंगलवार को चार दिवसीय रूस यात्रा पर रवाना हुए। वहां विदेश मंत्री शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (एससीओ) की बैठक में हिस्सा लेंगे, तो वहीं एलएसी पर तनाव के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने चीन से बातचीत पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट किया है कि विदेश मंत्री जयशंकर को मॉस्को में अपने चीनी समकक्ष से क्यों मिलना है? खासतौर पर तब जब हमारे रक्षा मंत्री से मुलाकात के बाद? 5 मई 2020 के बाद से भारत के पास चीन से विदेश नीति पर कोई विवाद सुलझाने की जरूरत नहीं है इसलिए पीएम नरेंद्र मोदी को विदेश मंत्री से अपनी यात्रा रद्द करने के लिए कहना चाहिए यह हमारे संकल्प को कम करता है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी स्वामी ने कहा था कि चीनी सरकार ने भारत को लेकर अपना फैसला कर लिया है, लेकिन ये भारत की सरकार को एहसास नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को भी सख्त कदम उठाने चाहिए और चीन को लेकर फैसला करना चाहिए।उन्होंने केंद्र सरकार को कठोर बनने की सलाह दी और कहा कि टेबल पर बैठने से कुछ नहीं होगा। 5 साल में शी जिनपिंग के साथ 18 बार बैठने के बाद भी चीन की सरकार आपका और आपके नेताओं की कोई कद्र नहीं कर रही है।
कहां हुई है ताजा फायरिंग?
LAC पर फायरिंग की ये घटना पैंगोंग झील के दक्षिणी हिस्से में हुई, जहां भारत सामरिक नजरिये से काफी मजबूत स्थिति में आ गया है। चीन की सरकारी मीडिया 'ग्लोबल टाइम्स' ने भारतीय सैनिकों पर पैंगॉन्ग त्सो के दक्षिणी किनारे पर फायरिंग करने का आरोप लगाया है। हालांकि, सेना से जुड़े सूत्रों का कहना है कि चीन की ओर से भारतीय क्षेत्र में पहले फायरिंग की गई, जिसके बाद भारत की तरफ से जवाबी कार्रवाई हुई। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में होने का दावा किया गया है। खास बात यह है कि 1975 के बाद सीमा पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच इस तरह से पहली बार फायरिंग हुई है।
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