महरौली के खौफनाक मर्डर केस में सामने आई 3 चौंकाने वाली बातें
दिल्ली के महरौली में अपने ही मासूम बच्चों और पत्नी का मर्डर करने वाले टीचर के जुर्म की 3 चौंकाने वाली खौफनाक कहानी
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली के महरौली इलाके में शनिवार सुबह से एक खौफ का सन्नाटा पसरा हुआ है। एक हंसते-खेलते परिवार के घर में अब केवल फर्श पर फैले खून के निशान फैले हुए हैं। यहां एक होम ट्यूटर ने अपने ही तीन मासूम बच्चों और पत्नी की बेरहमी से गला काटकर हत्या कर दी। आरोपी टीचर ने अपने ही परिवार की हत्या करने के बाद खुद को भी मारने की कोशिश की, लेकिन बाद में इरादा बदल दिया। मरने वाले बच्चों में एक बच्चे की उम्र महज 42 दिन थी। इस खौफनाक मर्डर के बारे में सुनकर हर कोई हैरान है। यहां रहने वाले लोगों को विश्वास ही नहीं हो रहा कि कैसे कोई बाप अपनी ही औलाद का गला काट सकता है। दिल दहला देने वाले इस मर्डर केस में अब तीन अहम बातें निकलकर सामने आ रही हैं।
सोती हुई पत्नी के गले पर पहले भी रख चुका है चाकू
आरोपी ट्यूटर का नाम उपेंद्र शुक्ला है। परिवार में उसके अलावा उसकी पत्नी (30 साल) और तीन बच्चे थे। इनमें सबसे बड़ी बेटी थी, जिसकी उम्र 8 साल थी। इसके अलाला दो बेटे जिनमें एक की उम्र 6 साल और दूसरे की उम्र महज 42 दिन थी। उपेंद्र दिल्ली के ही वसंतकुंज और छतरपुर इलाके में 8वीं से 12 तक के बच्चों को साइंस के विषयों की कोचिंग देता था। पति और पत्नी के बीच छोटी-मोटी बातों को लेकर कई बार झगड़ा भी हो चुका था। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि डिलीवरी के बाद से उसकी पत्नी काफी बीमार रहने लगी थी, जिसकी वजह से वो काफी परेशान रहता था। उसे डर सताने लगा था कि अब घर का खर्च कैसे चलेगा। इस हत्याकांड से एक दिन पहले ही आरोपी ने अपनी पत्नी को मारने के इरादे से सोते हुए उसकी गर्दन पर चाकू रख दिया था। लेकिन, तभी उसकी पत्नी जाग गई और उसने मजाक करने का बहाना बनाकर बात को घुमा दिया।
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3 दिन पहले ही ले आया था- चाकू, आरी और नींद की गोलियां
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि अपनी पत्नी और तीन बच्चों की हत्या करने के लिए ओरीपी उपेंद्र शुक्ला ने पहले से योजना बना ली थी। बीते मंगलवार को वह बाजार से नींद की गोलियां, एक धारदार चाकू और एक आरी खरीदकर लाया और इन्हें चुपचाप घर में छिपाकर रख दिया। इसके बाद उपेंद्र शुक्ला मौके का इंतजार करने लगा। शुक्रवार शाम को उसने दूध के अंदर वो नींद की गोलियां मिलाई और सभी को दूध पीने के लिए दिया। दूध पीने के बाद जब बच्चे और उसकी पत्नी गहरी नींद में सो गए तो उसने चाकू से उन सभी का गला रेत दिया। उसने सबसे पहली अपनी पत्नी, फिर बेटी और उसके बाद दोनों बेटों की हत्या की। चाकू से गला रेतने के बाद आरोपी ने आरी से बारी-बारी सभी के गले काट दिए।
खुद के हाथ पर चलाई आरी, लेकिन फिर...
आरोपी उपेंद्र शुक्ला ने पुलिस पूछताछ में बताया कि अपने ही तीन मासूम बच्चों और पत्नी की हत्या करने के बाद उसनने खुद को भी खत्म करने की ठानी। उसने अपने हाथ की नसों को आरी से काटना चाहा, लेकिन दर्द होने के बाद आरी को हटा लिया। इसके बाद उसने हिंदी और अंग्रेजी में दो नोट लिखे, जिनमें उसने अपने परिवार की हत्या करने की बात कबूली। आरोपी कुछ देर तक लाशों के पास यूंही बैठा रहा और उसके बाद उसने कमरे के एसी को तेज कर दिया। सुबह आरोपी की सास ने जब दरवाजा खटखटाया तो किसी ने दरवाजा नहीं खोला। अचानक आरोपी की सास की नजर कमरे से बाहर आते खून पर पड़ी तो उन्होंने शोर मचाया और पड़ोसी मौके पर पहुंचे। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जब कमरे का दरवाजा खुला तो अंदर का मंजर देखकर हर कोई सहम गया।
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