इंदु मल्होत्रा बनेंगी सुप्रीम कोर्ट की जज, कानून मंत्रालय ने दी हरी झंडी
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने वरिष्ठ वकील इंदु मल्होत्रा को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाने के प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी है। इंदु मल्होत्रा पहली महिला वकील होंगी जो सीधे सुप्रीम कोर्ट की जज बनेंगे। उनके नाम पर कानून मंत्रालय ने अपनी मुहर लगा दी है, ऐसे में जल्द ही वह सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर अपना कार्यभार संभालेंगी। सूत्रों की मानें तो जल्द ही आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी करके इस बारे में जानकारी दी जाएगी। इंदु मल्होत्रा शुक्रवार को अपने पद की शपथ लेंगी।
इंदु मल्होत्रा के नाम को सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने भी अपनी स्वीकृति दी है। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस दीपक मिश्रा के अलावा जस्टिस जे चेलमेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई ने उनके नाम को स्वीकृति दी है। इंदु मल्होत्रा के अलावा कुल 12 नामों पर मंजूरी दी गई है जोकि चार कोर्ट के जज होंगे। गुजरात हाई कोर्ट के लिए पांच जज, छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के लिए चार जज, मद्रास हाई कोर्ट के लिए दो जज और बॉम्बे हाई कोर्ट के लिए एक जज के नाम का प्रस्ताव पास किया गया है।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज बनने का रिकॉर्ड एम फातिमा बीवी के नाम है, जो कि साल 1898 में देश की सर्वोच्च अदालत की की न्यायाधीश बनी थीं। वहीं इंदु मल्होत्रा का जन्म 1956 में बेंगलुरु में हुआ था, इनके पिता का नाम ओम प्राकाश मल्होत्रा है और वो भी सुप्रीम कोर्ट में वकील थे। इंदु के बड़े भाई और बड़ी बहन भी वकील हैं। इंदु की शुरुआती पढ़ाई कॉर्मल कॉन्वेंट स्कूल से की है, इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में ग्रैजुएशन और फिर मास्टर डिग्री हासिल की है। साल 1983 से ये प्रैक्टिस में हैं।
2007 में सीनियर ऐडवोकेट का दर्जा पाने वाली इंदु मल्होत्रा सुप्रीम कोर्ट की सातवीं महिला जज बन सकती हैं। सुप्रीम कोर्ट में इस समय 25 में से सिर्फ एक महिला जज है, इंदु दूसरी जज होंगी। 1988 में 26 नवंबर को इंदु को मुकेश गोस्वामी मेमोरियल अवॉर्ड से नवाजा भी जा चुका है।