CAA को लेकर जारी घमासान के बीच बीजेपी को लगा झटका, इस नेता ने छोड़ी पार्टी
इंदौर। नागरिकता संशोधन कानून का देश के कई राज्यों में भारी विरोध हो रहा है। इस कानून के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए हैं और सरकार से इसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं। मुस्लिम समुदाय के लोग इस कानून को उनके कौम के खिलाफ बता रहे हैं और सरकार पर भेदभाव करने का आरोप लगा रहे हैं। वहीं, सीएए को लेकर देश भर में मचे घमासान के बीच भारतीय जनता पार्टी को झटका लगा है।
बीजेपी पार्षद उस्मान पटेल ने छोड़ी पार्टी
मध्य प्रदेश में इंदौर के बीजेपी पार्षद उस्मान पटेल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उस्मान पटेल ने कहा कि बीजेपी असल मुद्दों से भटक गई है। पार्टी सांप्रदायिक राजनीति कर रही है। पटेल ने कहा कि जीडीपी गिर रही है, महंगाई बढ़ रही है लेकिन पार्टी ऐसा कानून ला रही है जो सभी धर्मो के लोगों के बीच विवाद बढ़ा रहा है।
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सीएए को बताया मुस्लिम विरोधी
उस्मान पटेल नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर नाराज थे। उन्होंने इस कानून को मुस्लिम विरोधी बताते हुए बीजेपी से इस्तीफा दे दिया। खजराना के वार्ड 38 के वर्तमान पार्षद उस्मान पटेल ने इस्तीफा देने के साथ-साथ एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा, 'मैं अटल विहारी वाजपेयी से प्रेरित होकर पार्टी में आया था लेकिन अब पार्टी के रवैये से आहत हूं क्योंकि देश तोड़ने की विचारधारा इस समय काम कर रही है, इसलिए मैं पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं।'
असल मुद्दों से भटक गई है पार्टी- उस्मान पटेल
नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर उन्होंने कहा कि सीएए-एनसीआर और एनपीआर मुस्लिम विरोधी है। ये देश और संविधान के खिलाफ है। उस्मान पटेल ने कहा कि जो मुस्लिम भाई-बहन सड़कों पर बैठे हैं वे उनके साथ हैं। बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। 15 दिसंबर से दिल्ली के शाहीन बाग में मुस्लिम महिलाएं नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं। ये महिलाएं सरकार से मांग कर रही हैं कि सीएए को वापस लिया जाए, जबकि शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन को लेकर सियासत भी गरमाई हुई है।