हरियाणा सरकार स्टेडियम को बनाएगी अस्थाई जेल, लॉकडाउन उल्लंघन करने वाले होंगे बंद
नई दिल्ली। कोरोना वायरस पीड़ितो की तादाद लगातार देश में भी बढ़ती जा रही है। भारत में 1100 से अधिक लोग इस घातक वायरस की चपेट में आ चुके हैं।वहीं 29 लोगों की अभी तक मौत हो चुकी है। सरकार ने कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए 21 दिन का लॉकडाउन घोषित किया है। लेकिन इस दौरान लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों की भी कमी नहीं है। ऐसे में हरियाणा ने सख्ती बरतते हुए स्टेडियम को जेलों में परिवर्तित करने का निर्णय लिया है।
शनिवार को हरियाणा की डीजीपी ने आदेश दिया कि, राज्य के बड़े इंडोर स्टेडियमों को 21 दिनों के लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले लोगों रखने के लिए अस्थायी जेल में परिवर्तित कर दिया जाए। जिसमें पैदल चलने वाले इन मजदूरों को वहां रखा जायेगा और खाने-पीने की संपूर्ण व्यवस्था की जायेगी। इस संबंध में एक नोटिफिकेशन भी जारी किया गया है। यह फैसला हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली के मुख्य सचिवों के बीच बैठक के बाद लिया गया है।
बता दें कि देश में 21 दिनों के लॉकडाउन के बाद दिल्ली, मुंबई समेत कई बड़े शहरों से प्रवासी मजदूर अपने अपने घरों की ओर जा रहे हैं। जिसके बाद ऐसी आशंका जताई जा रही है कि, ये कोरोना का अन्य जगहों पर प्रसार कर सकते हैं। डीजीपी (हरियाणा) मनोज यादव ने कहा कि, अभी हम हरियाणा में अस्थायी जेल नहीं बना रहे हैं। यह आगे वाले समय के लिए एक प्रावधान है। हम मजदूरों और प्रवासियों) को राहत शिविरों में रहने के लिए मना रहे हैं।
बता दें कि, कल राज्यों से आग्रह किया गया था कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "टोटल लॉकडाउन" का उल्लंघन करने वालों पर नकेल कसें। इस सप्ताह के शुरू में प्रधानमंत्री ने कई ट्वीट किए थे जिनमें लॉकडाउन को गंभीरता से नहीं लेने वालों के लिए चेतावनी दी गई थी। वे लॉकडाउन का पालन नहीं करके अपनी जिंदगी के साथ खिलवाड़ रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकारों ने कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है, हरियाणा पुलिस ने अकेले लगभग 500 एफआईआर दर्ज की हैं और अब तक 688 लोगों को गिरफ्तार किया है।
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