नेपाल सीमा विवाद पर सुब्रमण्यम स्वामी बोले-भारत को विदेश नीति को रीसेट करने की जरूरत
नई दिल्ली। नेपाल और भारत के बीच चल रहे सीमा विवाद पर बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी ही सरकार की विदेश नीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सुब्रमण्यम स्वामी ने भारतीय विदेश नीति को नए सिरे से मजबूत किए जाने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा है कि भारत को विदेश नीति को फिर से रीसेट करने की जरूरत है। बता दें कि, नेपाल की संसद ने शनिवार को एक विवादित बिल पास किया था। जिसमें उसने भारत की जमीन को अपना बताया है।
नेपाल की संसद द्वारा विवादित नक्शा पास किए जाने के बाद बीजेपी के सीनियर लीडर सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा कि, 'भारतीय इलाकों के बारे में नेपाल कैसे सोच सकता है? उनकी भावनाओं को इस कदर चोट कैसे पहुंची कि वो भारत के साथ रिश्तों को तोड़ना चाहते हैं? क्या यह हमारी विफलता नहीं है? भारत तो विदेश नीति को फिर से रीसेट किए जाने की जरूरत है।
सुब्रमण्यम स्वामी की यह प्रतिक्रिया नेपाल की प्रतिनिधिसभा द्वारा देश के अपडेटेड राजनीतिक प्रशासनिक नक्शे से संबंधित एक विधेयक को शनिवार को पारित करने के बाद आई है। जिसमें हालांकि इस पर भारत सरकार ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है। नेपाल की संसद में पास हुआ इस नक्शे में भारत के तीन इलाके लिंपियाधुरा, कालापानी और लिपुलेख शामिल किए गए हैं। भारत ने 20 मई को इस नक्शे को खारिज करते हुए इसे अनुचित मानचित्र संबंधी दावा बताया था।
आज इस मामले पर एक बार फिर भारत ने सख्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, भारत ने हमेशा नेपाल के साथ बातचीत पर सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की है। हाल में निचले सदन में संविधान संशोधन बिल पास करने से पहले भारत ने नेपाल की सरकार से संपर्क किया। वर्चुअल बातचीत और विदेश सचिव के दौरे का ऑफर दिया गया, लेकिन पीएम ओली ने आगे बढ़ते हुए भारत के खिलाफ कदम उठाया।
नेपाल पर सख्त हुआ भारत, उठाया सीमा पर फायरिंग का मामला