भंवरी देवी हत्याकांड: 5 साल से फरारी काट रही मास्टर माइंड इंदिरा विश्नोई गिरफ्तार
इंदिरा विश्नोई देवास के करीब 150 किलोमीटर दूर नेमावर में नर्मदा के तट पर राजस्थान के ही एक पराशर परिवार के पास रह रही थी।
नई दिल्ली। राजस्थान के बहुचर्चित भंवरी देवी हत्याकांड की मास्टर माइंड इंदिरा विश्नोई को राजस्थान पुलिस की एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया है। इंदिरा पर 5 लाख का इनाम था और वो 5 साल से लापता थी। जानकारी के मुताबिक एटीएस ने यह गिरफ्तारी मध्य प्रदेश के देवास से की है। करोड़ों की जायदाद की मालकिन जोधपुर की आलीशान हवेली छोड़कर सीबीआई की आंखों में धूल झोंकने के लिए यहां नर्मदा नदी के किनारे संन्यासी की झूठी जिंदगी जी रही थी।
इंदिरा विश्नोई को एक समर्थक ने अपने यहां पनाह दे रखी थी। वह एक सामान्य महिला के रूप में जीवन बिता रही थी। जानकारी के अनुसार इंदिरा न तो फोन का प्रयोग कर रही थी और न ही एटीएम का। इंदिरा गिरफ्तारी के बाद उसे आज जोधपुर में सीबीआई को सौंप दिया। कोर्ट में पेशी के बाद विश्नोई को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिय गया है। पति ने दाढ़ी बनाने से किया इंकार तो पत्नी ने कर दिया यह खौफनाक कांड
इंदिरा ने बदल लिया था अपना नाम
इंदिरा विश्नोई देवास के करीब 150 किलोमीटर दूर नेमावर में नर्मदा के तट पर राजस्थान के ही एक पराशर परिवार के पास रह रही थी। पिछले 200 सालों से जोधपुर का ये पराशर परिवार देवास में रहता है। इंदिरा ने यहां अपना नाम बदलकर गीताबाई रख लिया था। गीताबाई बन चुकी इंदिरा दिखावे के लिए नर्मदा के तट पर बने एक आश्रम में पूजा-पाठ के लिए आती थी।
मलखान सिंह ने किया था पूरा इंतजाम
इंदिरा से शुरूआती पूछताछ में पता चला है कि जेल में बंद पूर्व विधायक और इंदिरा के भाई मलखान सिंह विश्नोई ने उसके लिए सारा इंतजाम किया था। इंदिरा आसपास के इलाकों में जाकर चोरी-छिपे अपने बेटे और पति से भी मिलती रहती थी। इंदिरा स्थानीय लोगों से कम ही बातचीत करती थी। फिलहाल इंदिरा से पूछताछ जारी है।
कौन थी भंवरी देवी, जानिए हत्याकांड की कहानी
भंवरी देवी जोधपुर के नजदीक पैनन कस्बे के एक सरकारी अस्पताल में बतौर नर्स काम करती थी। वो राजस्थानी फिल्मों की हीरोईन बनने का सपना पाले बैठी थी। वो कांग्रेस विधायक मलखान सिंह और महिपाल सिंह के संपर्क में आई। उन दोनों ने ही भंवरी को राजस्थान के जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा से मिलवाया था। भंवरी देवी के संबंध पूर्व विधायक मलखान सिंह से थे। इसलिए भंवरी को मलखान के परिवार में कोई पसंद नहीं करता था।
इसका फायदा उठाकर इंदिरा भंवरी के नजदीक आ गई और दोनों में दोस्ती हो गई। इंदिरा भंवरी के घर भी आने-जाने लगी। उसने अपने भाई मलखान सिंह को मंत्री बनाने के लिए पूर्व मंत्री महिपाल मदरेणा को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। इंदिरा ने भंवरी की ननद गुड़िया के साथ मिलकर महिपाल मदरेणा की सेक्स सीडी बनाने की योजना बनाई, मगर बाद में गुड़िया ने इससे इंकार कर दिया। इसके बाद इंदिरा ने भंवरी को सेक्स सीडी बनाने के लिए इस्तेमाल किया।
मलखान सिंह और इंदिरा के पिता पूर्व मंत्री राम सिंह विश्नोई जोधपुर के कद्दावर नेता थे। राम सिंह के मरने के बाद इंदिरा भाई को भी रास्ते से हटाने की योजना बनाने लगी। उसने भाई मलखान सिंह को फंसाने के लिए भंवरी को आगे कर दिया। उसने दावा किया कि भंवरी की छोटी बेटी मलखान सिंह की बेटी है। आखिर में जब इंदिरा का सारा गेम प्लान खुल गया और भंवरी खुद ही सौदेबाजी करने लगी तो इंदिरा ने आरोपी महिपाल मदरेणा और भाई मलखान सिंह के साथ मिलकर भंवरी का अपहरण करवाकर उसकी हत्या करवा दी।