Opinion Polls 2019: सपा-बसपा और कांग्रेस के साथ आने पर क्या होगा यूपी में लोकसभा सीटों का समीकरण?
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर राजनीतिक हलचल बढ़ी हुई है। सत्ताधारी बीजेपी अपने सहयोगी दलों के साथ चुनाव को लेकर तमाम समीकरण बनाने में जुटी है तो वहीं, कांग्रेस भी विपक्षी दलों को लामबंद कर बीजेपी को घेरने के लिए हर हथकंडे अपना रही है। इसी बीच IndiaTV-CNX ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर एक ओपिनियन पोल जारी किया है जिसमें कई हैरान करने वाली बातें निकलकर सामने आई हैं।
क्या होगा अगर आज की तारीख में देश में लोकसभा चुनाव कराए जाते हैं? कौन सा दल सबसे अधिक सीटों पर कब्जा जमाने में कामयाब होगा? कौन बनेगा देश का अगला प्रधानमंत्री और क्या नरेंद्र मोदी का जादू बरकरार रहेगा या फिर राहुल गांधी अपनी लोकप्रियता के ग्राफ में सुधार करते दिखाई देंगे? इन तमाम सवालों को ध्यान में रखते हुए जो सर्वे किया गया है उनमें उत्तर प्रदेश,पश्चिम बंगाल और ओडिशा को शामिल किया गया है।
एनडीए का बिगड़ सकता है समीकरण
पश्चिम बंगाल, यूपी और ओडिशा की 143 सीटों में से 44 पर एनडीए जीत सकती है जब एसपी, बीएसपी और कांग्रेस उत्तर प्रदेश में हाथ मिलाते हैं। कांग्रेस -10, एसपी-21, बीएसपी-18, टीएमसी-27, वामदल- 05, बीजेडी-16 और अन्य के खाते में 02 सीटें आती हैं। एसपी, बीएसपी और कांग्रेस के यूपी में हाथ न मिलाने की हालत में कांग्रेस 04, एसपी 16, बीएसपी 15, टीएमसी 27, वाम 05, बीजेडी 16 और अन्य 2 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है जहां 143 में से 58 सीटें एनडीए के खाते में जा सकती हैं।
पीएम की पहली पसंद नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री पद के दावेदारों की बात करें तो मायावती और ममता बनर्जी को 11-11 % वोट मिले जबकि 6% लोगों ने अखिलेश यादव का समर्थन किया है। वहीं, पश्चिम बंगाल, यूपी और ओडिशा के 42 फीसदी लोगों ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में पसंद किया है, जबकि राहुल गांधी 19 फीसदी लोगों के समर्थन के साथ उनसे काफी पीछे हैं।
पश्चिम बंगाल में टीएमसी को ज्यादा सीटें, ओडिशा में बीजेडी का दबदबा
ओपिनियन पोल पर गौर करें तो बंगाल में ममता बनर्जी अन्य दलों से काफी आगे दिखाई दे रही हैं जबकि बीजेडी ओडिशा में अपना दबदबा कायम रखती नजर आ रही है। ओडिशा की 21 सीटों में से बीजेडी को 16 जबकि बीजेपी को 5 सीटों पर जीत मिलने की संभावना है। पश्चिम बंगाल की 42 सीटों की बात करें तो बीजेपी को 8 सीट (2014 से 2 सीटें अधिक), टीएमसी 27 सीट (2014 में 34 सीटें), वामदल 05 सीट (2014 में 2 सीट) और कांग्रेस 2 सीट (2014 में 4 सीट) हासिल करती नजर आ रही है।
एसपी-बीएसपी के साथ कांग्रेस के आने और ना आने की स्थिति में
एसपी-बीएसपी के साथ कांग्रेस के ना आने की स्थिति में इन दलों को बड़ा नुकसान होता दिखाई दे रहा है। यूपी में एनडीए को 45 सीटें, एसपी-बीएसपी को 33 जबकि कांग्रेस को 2 सीटें मिल सकती हैं। दूसरी स्थिति ये है कि जब ये तीनों दल एक साथ चुनाव लड़ें, तब बीजेपी को 30 सीटें, बीएसपी को 18, एसपी को 21, कांग्रेस को 8 और अन्य के खाते में 03 सीटें आ सकती हैं। इस स्थिति में महागठबंधन को 49 सीटें मिल सकती हैं और एनडीए 73 से 31 पर आ सकता है।
यूपी में महागठबंधन ना होने पर
वहीं, अगर सपा, बसपा और कांग्रेस का गठबंधन ना हो तब, यूपी की 80 सीटों में से बीजेपी को 39 सीटें, एसपी और बसपा 9-9 सीटें, कांग्रेस 5 और अन्य को 2 सीटें मिल सकती हैं। यहां बीजेपी को 2014 (43 फीसदी) के मुकाबले 4 फीसदी वोट शेयर (39%) का नुकसान होगा। 31 फीसदी लोग मोदी सरकार के कामकाज पर वोट दे सकते हैं। ये सर्वे 18 से 60 वर्ष के आयु वर्ग के 17100 पुरुषों और महिलाओं के बीच किया गया। ये सर्वे 25 अक्टूबर से 12 नवंबर के बीच किया गया।