कुलभूषण जाधव की पत्नी के जूते में 'कुछ था' का बहाना दिखाकर पाक ने दिखाई अपनी हरकत
नई दिल्ली। जासूसी के आरोप में जिस तरह से पाकिस्तान में कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाई गई और उनसे मुलाकात करने के लिए जाधव की मां और पत्नी पाक पहुंची उसके बाद उनके साथ जो व्यवहार किया गया उसकी हर तरफ आलोचना हो रही है। जाधव की पत्नी के जूते पाक ने सुरक्षा कारणों की वजह से जब्त कर लिए, पाक ने यह कहते हुए उनके जूते जब्त कर लिए कि उसमे कुछ था। लेकिन पाकिस्तान की इस हरकत पर जिस तरह से भारत ने आपत्ति जताई है। भारत की आपत्ति को पाकिस्तान ने सिरे से खारिज कर दिया और विदेश मंत्रालय की ओर से बयान जारी करके कहा गया कि हम बेमतलब की शब्दों की लड़ाई नहीं चाहते हैं।
मंगलसूत्र, चूड़ी, बिंदी उतरवाई
पाकिस्तान में जिस तरह से जाधव की मां और पत्नी के साथ व्यवहार किया गया उसके बाद भारत ने मंगलवार को इसपर आपत्ति जताते हुए कहा था कि जाधव से मुलाकात के दौरान उनकी मां और पत्नी से मंगलूसत्र, चूड़ियां और बिंदी तक उतरवा ली गई, यहां तक कि उन्हें अपने कपड़े तक बदलने पड़े। भारत ने इस मामले अपनी आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि इस मुलाकात में विश्वसनीयता का अभाव था और यह भयभीत करने वाला भी था। आपको बता दें कि पाकिस्तान में जासूसी के आरोप में मौत की सजा का सामना कर रहे कुलभूषण जाधव ने 22 माह बाद अपनी मां अवंति और पत्नी चेतनकुल से मुलाकात की थी।
इंटरकॉम से बात
जिस दौरान जाधव की पत्नी और मां उनसे मुलाकात कर रही थीं तो उनके बीच शीशे की दीवार थी और उन्हें इंटरकॉम के जरिए बात करने की इजाजत दी गई थी। यहां तक कि जाधव की मां को उनकी मातृभाषा में बात नहीं करने दिया गया, जब मराठी में बोल रही थीं तो उन्हें रोक दिया गया और कहा गया कि आप हिंदी या अंग्रेजी में बात करें। इस पूरी मुलाकात पर भारत की ओर से शीर्ष अधिकारी की नजर थी और वह साथ थें। भारत ने अपने बयान में कहा कि सुरक्षा कारणों का हवाला देकर परिजनों की सांस्कृतिक व धार्मिक संवेदनशीलता तक का ध्यान नहीं रखा गया, उन्हें चूड़ियां, मगलसूत्र व कपड़े तक बदलने पड़े।
सिर्फ हिंदी या अंग्रेजी में बात करने की इजाजत
भारत की ओर से जो बयान जारी किया गया उसमे कहा गया कि जाधव की मां को उनकी मातृभाषा में बात नहीं करने दिया गया, जबकि उनके बीच संवाद का यह सहज माध्यम था। बार-बार उन्हें बात करने से रोका गया। जाधव की पत्नी के जूते भी ले लिए गए और उसे बाद में लौटाया भी नहीं गया। भारत ने साफ शब्दों में का कि अगर पाकिस्तान किसी भी तरह की शरारती मंशा के तहत इन जूतों को जब्त कर रहा है तो हम इसकी चेतावनी देते हैं।
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