दुनिया के इन 16 देशों में भारतीयों से नहीं मांगा जाता वीजा, 43 देश देते हैं वीजा-ऑन-अराइवल
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के चलते दुनिया भर में टूरिज्म के क्षेत्र को बड़ा झटका लगा है। भारत में हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं लेकिन इस बार कई पर्यटन स्थल सूने पड़े रहे। घूमने में हम भारतीय भी बहुत आगे हैं, अगर आप भी मौका मिलने पर पैकिंग शुरू कर लेते हैं तो ये खबर आपके लिए ही है। बुधवार को राज्यसभा में सरकार ने बताया कि भारतीय पासपोर्ट धारक बिना वीजा के आसानी से 16 देशों में प्रवेश पा सकता है।
बिना वीजा कर सकते हैं 16 देशों की यात्रा
हम सभी जानते हैं कि विदेश यात्रा के लिए दो दस्तावेज बहुत अहम होते हैं, पहला पासपोर्ट और दूसरा जिस देश में हम जा रहे हैं वहां का वीजा। पासपोर्ट बनवाने के लिए आपका भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है, साथ ही कई ऐसे देश हैं जहां यात्रा के कुछ महीने पहले की वीजा के लिए आवेदन देना पड़ता है। लेकिन अगर आपके पास भारतीय पासपोर्ट है तो आप आसानी से बिना वीजा की टेंशन लिए 16 देशों की यात्रा कर सकते हैं।
राज्यसभा में सरकार ने दी जानकारी
दरअसल, राज्यसभा की कार्यवाही के अंतिम दिन एक लिखित जवाब में विदेश राज्यमंत्री मुरलीधरन ने बताया कि 43 देश भारतीय पासपोर्ट धारकों को वीजा-ऑन-अराइवल सुविधा प्रदान करते हैं, जबकि 36 देश भारतीय साधारण पासपोर्ट धारकों को ई-वीजा सुविधा प्रदान करते हैं। वहीं 16 ऐसे देश भी हैं जहां कोई भी भारतीय अपने पासपोर्ट के आधार पर ही वहां की यात्रा कर सकता है।
बिना वीजा इन देशों की कर सकते हैं यात्रा
इन देशों में मॉरीशस, मोंटसेराट, नेपाल, नीयू द्वीप, समोआ, सेनेगल, त्रिनिदाद और टोबैगो, सेंट विंसेंट, बारबाडोस, भूटान, डोमिनिका, ग्रेनाडा, हैती, हांगकांग SAR, मालदीव, ग्रेनेडाइंस और सर्बिया शामिल हैं। केंद्र सरकार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक भारतीय नागरिकों को ईरान, इंडोनेशिया और म्यांमार वीजा-ऑन-अराइवल सुविधा प्रदान करते हैं।
इस दिशा में और अधिक काम कर रही सरकार
वहीं, मलेशिया, न्यूजीलैंड और श्रीलंका जैसे 36 देश भारतीय पासपोर्ट धारकों को ई-वीजा सुविधा प्रदान करते हैं। राज्यमंत्री मुरलीधरन ने आगे बताया कि भारतीय नागरिकों के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रा को आसान बनाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार वीजा मुफ्त यात्रा वीजा-ऑन-अराइवल और ई-वीजा सुविधा प्रदान करने वाले देशों की संख्या बढ़ाने की दिशा में लगातार काम कर रही है।
यह भी पढ़ें: राज्यसभा में श्रम सुधार से जुड़े तीन विधेयक ध्वनि मत से पारित, कोरोना के चलते वक्त से पहले खत्म हुआ सत्र