VIDEO: सऊदी अरब के दम्माम में फंसे 53 भारतीय मजदूर, सुषमा स्वराज से लगाई मदद की गुहार
मजदूरों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाते हुए कहा है कि केंद्र सरकार जल्द से जल्दी वहां से निकाले। मजदूरों ने कहा कि कुछ लोगों को हार्ट अटैक सहित कई गंभीर बिमारियां हो चुकी है।
नई दिल्ली। दो पैसे कमाकर अपने परिवार का भविष्य संवारने की हसरत लिए सऊदी अरब गए 53 मजदूरों की जिंदगी नर्क बन गई है। मजदूरों ने व्हाट्सऐप पर वीडियो भेज कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से उन्हें वापस स्वदेश बुलवाने की गुहार लगाई है। इनमें ज्यादातर मजदूर बिहार के हैं। व्हाट्सऐप पर भेजे वीडियो में मजदूरों ने कहा है कि उनके साथ अमानवीय बर्ताव किया जा रहा है। करीब 43 महीने से वो वहां फंसे हुए है। उन्हें कंपनी सैलरी नहीं दे रही है, वहीं खाने-पीने का इंतजाम भी ठीक नहीं है। वो कंपनी से लगातार अपनी सैलरी मांग रहे हैं उनके साथ बदतमीजी की जा रही है। ये सभी मजदूर सऊदी अरब के दम्माम में फंसे हुए हैं।
मजदूरों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाते हुए कहा है कि केंद्र सरकार जल्द से जल्दी वहां से निकाले। मजदूरों ने कहा कि कुछ लोगों को हार्ट अटैक सहित कई गंभीर बिमारियां हो चुकी है। दम्माम में फंसे मजदूर कलिमुल्लाह ने बताया है कि उनकी कंपनी का नाम पीएसजी है जो दम्माम में है, कंपनी ने पिछले 43 महीने से उनके साथ कई मजदूरों को फंसा कर रखा है। कलिमुल्लाह के मुताबिक वो लोग दम्माम स्थित कोर्ट भी गए थे लेकिन उनकी मदद को कोई तैयार नहीं है। बिहार के रहने वाले घनश्याम तिवारी का कहना है इंडियन एंबेसी भी उनकी ठीक तरीके से मदद नहीं कर रही है। सभी 53 मजदूरों ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
बिहार के ही रहने वाले एक दूसरे मजदूर का कहना है कि उनका सऊदी में रहने के लिए दस्तावेज भी एक्पायर हो चुका है जिसका रिनिवल भी कंपनी नहीं करा रही है। वहां मजदूरों के ना रहने की व्यवस्था है और ना ही अच्छा खाना मिल रहा है। उधर भारत में सभी मजदूरों के घर वाले बहुत परेशान हैं। किसी को अपने पति कि चिंता सता रही है तो किसी को अपने पिता की। ऐसे में सबकी निगाहे भारत सरकार पर टिकी हुई है। दम्माम में कुछ नेपाल के मजदूर भी फंसे हुए हैं।
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