संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को भारत ने लगाई फटकार, अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे अत्याचारों की भी दिलाई याद
नई दिल्ली: मोदी सरकार ने अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर उसे दो केंद्र शासित प्रदेश में विभाजित कर दिया था। इसके बाद से पाकिस्तान लगातार तमाम अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर का मुद्दा उठाता रहता है। हाल ही में पाकिस्तान के प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र के स्थायी मिशन में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया था। जिस पर अब भारत के प्रतिनिधि ने पाक को फटकार लगाई है। साथ ही उसे अपने राष्ट्र की चिंता करने की सलाह दी। भारत ने संयुक्त राष्ट्र में एक बार फिर साफ किया कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हमारा अभिन्न अंग हैं।
यूएन स्थायी मिशन में भारत की सेकंड सेक्रेट्री एस. पुजानी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अंग थे और हैं। भारत सरकार उनके विकास के लिए तेजी से काम कर रही है और ये हमारा आतंरिक मामला है। मौजूदा वक्त में पाक में अल्पसंख्यक सिखों और हिंदुओं को हिंसा का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही उनके धार्मिक स्थलों को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। ये धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार पर बहुत बड़ा हमला है।
पुजानी ने पाकिस्तान के आतंकियों के समर्थन का भी जिक्र यूएन में किया। उन्होंने कहा कि अमेरिकी पत्रकार डैनियल पर्ल की हत्या के मामले में आरोपी उमर सईद शेख को हाल में बरी कर दिया गया। ये पाकिस्तान सरकार का आतंकी संगठनों के साथ सांठगांठ का ताजा उदाहरण है। इसके अलावा यूएन में पाकिस्तान में महिलाओं की भी सुरक्षा का मुद्दा उठा। पुजानी ने कहा कि पाकिस्तान में लगातार अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है। पाक मानवाधिकार की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक अल्पसंख्यक समुदाय की अनुमानित 1000 महिलाओं का हर साल अपहरण, जबरन धर्म परिवर्तन और जबरन विवाह करवाया जाता है। पाकिस्तान को इन मुद्दों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।