Indian Railways: 3-टियर इकोनॉमी क्लास वाली AC ट्रेन जल्द लॉन्च करने की तैयारी, किराया होगा इतना कम
नई दिल्ली, 22 अक्टूबर: भारतीय रेलवे आम रेल यात्रियों को जल्द ही कम किराए में बेहतरीन एयर कंडीशन यात्रा की सुविधा मुहैया करवाने की तैयारी में जुटा है। रेलवे ऐसी ट्रेन लॉन्च करना चाह रहा है, जिसके सारे कोच एसी-3 टियर इकोनॉमी क्लास के होंगे यानी सामान्य एसी-3 टियर कोच के मुकाबले इनका किराया कम होगा। लेकिन, किराए कम होने के बावजूद इसमें कई सुविधाएं विमानों की तरह मिलेंगी और बेहतरीन डिजाइनिंग की वजह से ये ट्रेन सामान्य ट्रेनों के मुकाबले ज्यादा स्पीड में भी चल पाएंगी यानी यात्रा में लगने वाला समय भी कम होगा।
3-टियर इकोनॉमी क्लास एसी ट्रेन जल्द शुरू करने की तैयारी
भारतीय रेलवे हमसफर एक्सप्रेस की तर्ज पर तैयार सिर्फ 3-टियर इकोनॉमी क्लास एसी कोच वाली ट्रेन को जल्द लॉन्च करने के लिए तैयार है। इस ट्रेन की शुरुआत का मकसद आम रेल यात्रियों को सस्ते किराए में एसी कोच में यात्रा की उपलब्ध करवाना है। इकोनॉमी क्लास एसी 3-टियर कोच का किराया सामान्य 3-टियर एसी कोच के मुकाबले काफी कम होगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में इन इकोनॉमी क्लास वाले 3-टियर एसी कोच का मुआयना किया है और कहा है कि पूरी तरह से इन्हीं कोचों वाली ट्रेनों को चलाने की कोशिश होनी चाहिए।
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इसी त्योहारी सीजन में लॉन्च हो सकती है इकोनॉमी एसी ट्रेन!
टीओआई ने एक रेलवे अधिकारी के हवाले से बताया है कि जब एक ट्रेन के लिए जरूरी इकोनॉमी क्लास एसी कोचों की संख्या पूरी हो जाएगी तो शुरू में ट्रायल के आधार पर इसे चलाया जाएगा, ताकि यह देखा जा सके कि यात्रियों के बीच इसकी कितनी डिमांड रहती है और सीटों के आरक्षण की स्थिति कैसी रहती है। अधिकारी के मुताबिक किसी भी जोन के कम से कम 16 से 18 ऐसे कोच चाहिए ताकि ट्रेन की शुरुआत हो सके। एक विचार यह भी है कि इकोनॉमी क्लास एसी 3-टियर ट्रेन को इसी त्योहारी मौसम में चलाकर देखा जाए कि यात्रियों का कैसा रेस्पॉन्स मिलता है। हालांकि, अभी तक रूट पर फैसला होना बाकी है।
180 किलोमीटर की रफ्तार के लिए मददगार
भारतीय रेलवे ने इकोनॉमी एसी-3 कोच का पहला अनावरण इसी साल फरवरी में किया था। रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला ने इसके प्रोटोटाइप का निर्माण किया था, जिसकी स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटे तक जांची गई थी। रेलवे ने इस साल ऐसे 800 कोच निर्माण का लक्ष्य तय किया गया है। सितंबर से इन कोचों को कई ट्रेनों में लगाने की शुरुआत भी हो चुकी है, लेकिन हम सिर्फ इन्हीं कोचों वाली ट्रेनों की शुरुआत की बात कर रहे हैं। पूर्व रेल मंत्री पीयूष गोयल ने 31 मई के एक ट्वीट में इस वित्त वर्ष में 248 ऐसे कोच के निर्माण की उम्मीद जताई थी।
हवाई जहाज की तरह मिलेंगी कई सुविधाएं
इकोनॉमी एसी-3 कोच में 83 बर्थ होंगे, जो कि सामान्य एसी-3 कोच के मुकाबले 11 ज्यादा हैं। इंडियन रेलवे के मुताबिक यह कोच दुनिया में इस श्रेणी में सबसे सस्ती यात्रा का रास्ता साफ करता है। इन कोच में कई बेहतरीन पैसेंजर-फ्रेंडली सुविधाएं उपलब्ध हैं। मसलन, इसमें हवाई जहाज की तरह यात्रियों के लिए निजी तौर पर एसी की हवा के लिए वेंट लगाए गए हैं, मॉड्यूलर बायो-टॉयलेट हैं, हर कोच में एक दिव्यांग-फ्रेंडली टॉयलेट भी दिया गया है, मिडिल और अपर बर्थ पर जाने के लिए बेहतरीन सीढ़ियां हैं, साथ ही हर यात्री के लिए अपनी रीडिंग लाइट और चार्जिंग प्वाइंट उपलब्ध करवाए गए हैं। बर्थ फायर-प्रूफ हैं और स्नैक टेबल को फोल्ड भी किया जा सकता है।
सामान्य 3-टियर एसी कोच से कम किराया
भारतीय रेलवे की योजना है कि लंबी दूरी की कुछ ट्रेनों में स्लीपर क्लास कोच की जगह एसी 3-टियर इकोनॉमी कोच ही लगा दिए जाएंगे ताकि ट्रेन की गति भी बढ़ाई जा सके और यात्रियों को आरामदायक सफर का आनंद भी मिल सके। स्लीपर कोच के साथ दिक्कत यह है कि वह 110 किलोमीटर से ज्यादा स्पीड के लिए फिट नहीं बैठते; और रही किराए की बात तो सामान्य एसी 3-टियर कोच से इसका किराया 8% कम है।