Indian Railways: रात में ट्रेन में ऊंची आवाज में की बात या बजाया गाना तो खैर नहीं, अब होगी ये कार्रवाई
नई दिल्ली, 25 जनवरी: ट्रेनों में यात्रा के समय हम सभी कभी न कभी दूसरे सहयात्रियों की वजह से परेशान हो चुके हैं। कई लोग जो ग्रुप में होते हैं, देर रात में भी जोर-जोर से बातें करते रहते हैं। कई लोग मोबाइल फोन पर ही तेज आवाज में गाना या म्यूजिक सुनते हैं। कुछ को तो रात में भी लाइट बंद करने में दिक्कत होती है। उन्हें यह महसूस ही नहीं होता कि ट्रेन में वह अकेले नहीं, दूसरे यात्री भी सफर कर रहे हैं। कई बार इसकी वजह से झगड़े की भी नौबत आ जाती है। लेकिन, अब ऐसे 'नासमझ' यात्रियों की खैर नहीं। उनके खिलाफ शिकायत मिलने पर रेलवे ऐक्ट के प्रावधानों के तहत कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। भारतीय रेलवे इसी हफ्ते से इसे मुहिम की तरह शुरू कर सकता है।

ट्रेन में रात के समय तेज आवाज में न करें बात!
भारतीय रेलवे यात्रियों की यात्रा सुखद और सुविधाजनक बनाने के लिए लगातार कोशिशें करता रहता है। इसी के तहत रेलवे ने कुछ नए नियम बनाए हैं, ताकि यात्री आराम के साथ मंगलमय यात्रा का आनंद उठा सकें। इसी कड़ी में अब रेलवे ने ट्रेनों में रात के समय शोर करने या फोन पर तेज आवाज में बात करने या मोबाइल पर तेज गाना सुनने को लेकर सख्त कदम उठाया है। रात के समय रेलवे के स्टाफ की ऐसे यात्रियों पर नजर होगी, जो अपने सहयात्रियों की यात्रा में जाने-अनजाने खलल डालने की कोशिश करते पाए जाते हैं।

रेलवे और ट्रेन के स्टाफ की जिम्मेदारी तय
दरअसल, रेलवे और रेल मंत्रालय को यात्रियों से ऐसी शिकायतें मिलती रही हैं कि रात के समय में जोर-जोर से बातें करने या गाना बजने की वजह से उन्हें यात्रा करने में परेशानी होती है। इसी के मद्देनजर रेलवे ने अपने सभी जोन से कहा है कि यात्रियों को यात्रा के दौरान इस तरह की परेशानियां दूर हों, यह सुनिश्चित किया जाए। रेलवे ने ऐसे यात्रियों से सख्ती से निपटने का फैसला किया है। इसके साथ ही यह सुनिश्चित कर दिया गया है कि यदि फिर भी यात्रियों को इस तरह की दिक्कतें होती हैं तो ट्रेन के स्टाफ इसके लिए जिम्मेदार होंगे।

ये लोग रखेंगे ऐसे यात्रियों पर नजर
रात के समय आराम कर रहे रेल यात्रियों को इस तरह की असुविधाओं का सामना नहीं करना पड़े, इसकी जिम्मेदारी आरपीएफ, टिकट चेकिंग स्टाफ, कोच अटेंडेंट,मेंटेनेंस स्टाफ और कैटरिंग स्टाफ को दी गई है, जिनकी यह जिम्मेदारी होगी कि वह संबंधित यात्री को सहज बर्ताव करने के लिए कहेंगे और सुनिश्चित करेंगे की उनकी वजह से उनके सहयात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी न हो।

रेलवे स्टाफ को भी मिली हिदायत
यही नहीं रात के 10 बजे के बाद फोकस लाइट के अलावा बाकी लाइट के इस्तेमाल नहीं करने की भी सलाह दी गई है। अगर किसी यात्री की शिकायत करने के बावजूद सहयात्री अपनी हरकतों से बाज नहीं आते हैं तो रेलवे उनके खिलाफ रेलवे ऐक्ट के प्रावधानों के तहत कार्रवाई कर सकता है। यही नहीं, रेलवे क कर्मचारियों को भी हिदायत दी गई है कि वह अपनी ड्यूटी के दौरान ऐसी किसी भी हरकत को अंजाम न दें, जिससे कि यात्रियों को किसी तरह की असुविधा हो।

रेलवे के कर्मचारी इन यात्रियों का रखेंगे ख्याल
खबरों के मुताबिक भारतीय रेलवे यात्रियों से मिली शिकायतों के बाद इसी हफ्ते से इन परिशानियों को दूर करने के लिए एक मुहिम शुरू करने जा रहा है। रेलवे यह भी सुनिश्चित कर रहा है कि यात्रा के दौरान वरिष्ठ नागरिकों, अकेली यात्रा कर रही महिला यात्री या दिव्यांगजन को किसी तरह की सहायता की आवश्यकता पड़ने पर उन्हें रेल कर्मचारी तत्काल सहायता पहुंचाएंगे।
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रेलवे से सफर के दौरान इन बातों का रखें ख्याल
यानी आगे से अगर आप ट्रेनों से यात्रा कर रहे हों तो इन बातों का पूरा ख्याल रखें, ताकि न आपको असुविधा हो और ना ही आपके किसी को-पैसेंजर को कोई दिक्कत हो-
- रात 10 बजे के बाद आपस में या फोन पर ऊंची आवाज में बातें न करें।
- मोबाइल पर तेज आवाज में न तो बात करें, ना ही कोई तेज म्यूजिक बजाएं।
- रात में सिर्फ फोकस लाइट या नाइट लैंप का प्रयोग करें, कोच के बाकी सारी लाइट बंद रखें। ध्यान रहे कि आप अकेले यात्रा नहीं कर रहे हैं।
- रात के समय रेलवे के कर्मचारी, आरपीएफ, ट्रेन के स्टाफ भी शांतिपूर्वक अपनी ड्यूटी करेंगे और बाकी यात्रियों से भी इस नियम का पालन सुनिश्चित करने के लिए कहेंगे।
- फिर भी यदि कोई यात्री तेज आवाज में बातें करना या म्यूजिक सुनना नहीं बंद करता है तो उसके खिलाफ रेलवे ऐक्ट के तहत कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
- वरिष्ठ नागरिक, अकेली महिला यात्री और दिव्यांगजन को आवश्यकता पड़ने पर रेलवे के कर्मचारी और स्टाफ तत्काल सहायता पहुंचाएंगे।