Special Parcel Train:AP से लाल मिर्च के बाद गुजरात से इन चीजों के साथ रवाना हुई बांग्लादेश
नई दिल्ली- पिछले महीने भारतीय रेलवे ने तब एक बड़ा मुकाम हासिल किया था, जब आंध्र प्रदेश से सूखी लाल मिर्च लेकर स्पेशल पार्सल ट्रेन सीधे बांग्लादेश भेजी गई थी। इससे पहले भारतीय रेलवे किसी भी देश में सीधी दाखिल नहीं हुई थी। भारतीय रेलवे ने उसी तरह की एक और स्पेशल पार्सल ट्रेन को बांग्लादेश के लिए रवाना किया है। लेकिन, इस बार सामान भी अलग है और भेजने वाला राज्य भी। यह स्पेशल पार्सल ट्रेन गुजरात के अहमदाबाद से बांग्लादेश के बेनापोल स्टेशन के लिए रवाना की गई है, जिसमें कपड़े, डाई और केमिकल्स लदे हुए हैं।
अहमदाबाद से बांग्लादेश निकली पार्सल ट्रेन
भारतीय रेलवे के वेसटर्न रेलवे जोन ने अहमदाबाद डिविजन ने पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश के लिए एक स्पेशल पार्सल ट्रेन भेजकर एक खास रिकॉर्ड बनाया है। गौरतलब है कि इससे पहले वेस्टर्न रेलवे बीते 4 अगस्त को गुजरात के ही भावनगर से बांग्लादेश के लिए एक मालगाड़ी से प्याज रवाना कर चुका है। अब जो कपड़े, डाई और केमिकल्स लादकर पार्सल ट्रेन बांग्लादेश भेजी गई है, उसमें 20 पार्सल वैन और एक सीटिंग कम लगेज रेक जोड़ी गई है। 20 में से 15 में डेनिम कपड़े और 5 में कलर और डाई लोड की गई है। अहमदाबाद डिविजन में पहली बार इस तरह की सुविधा बांग्लादेश के लिए शुरू हुई है और इससे डिविजन के करीब 31 लाख रुपये का राजस्व मिलने का अनुमान है। ये ट्रेन अहमदाबाद स्टेशन से चलकर बांग्लादेश के बेनापोल स्टेशन पहुंचकर 2,110 किलोमीटर की दूरी तय कर लेगी।
वेस्टर्न रेलवे के लिए कमाई का जरिया बना
वेस्टर्न रेलवे ने शनिवार को जारी बयान में कहा था कि अहमदाबाद डिविजन के कांकरिया गूड्स शेड में 8 अगस्त को लोडिंग होगी और लोडिंग के बाद ट्रेन उसी शाम बांग्लादेश के लिए रवाना होगी। बयान में यह भी कहा गया कि अहमदाबाद डिविजन में इस तरह के कारोबार के विकास की शुरुआत भारतीय रेलवे के पार्सल बिजनेस में मील का पत्थर साबित होगा। वेस्टर्न रेलवे के ट्विटर हैंडल पर इस संबंध में लिखा गया, 'वेस्टर्न रेलवे के बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट के द्वारा यह एक और महत्वपूर्ण खोज है, गुजरात के कांकरिया में एक पार्सल ट्रेन पर बांग्लादेश के बेनापोल के लिए कपड़े, डाई और केमिकल्स की लोडिंग हो रही है। '
लॉकडाउन में वेस्टर्न रेलवे से 448 स्पेशल पार्सल ट्रेन रवाना
इससे पहले भारतीय रेलवे ने तब एक नया कीर्तिमान स्थापित किया था, जब उसने पिछले महीने आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले से सूखी मिर्च लेकर स्पेशल पार्सल ट्रेन बांग्लादेश रवाना किया था। इस बीच वेस्टर्न रेलवे 23 मार्च से 6 अगस्त के बीच 448 स्पेशल पार्सल ट्रेनों के जरिए 92 हजार टन से ज्यादा सामान ट्रांसपोर्ट कर चुका है, जिसमें मुख्य रूप से कृषि उत्पाद, मेडिसीन, मछली, दूध जैसे उत्पाद शामिल हैं। इसके जरिए वेस्टर्न रेलवे ने 29 करोड़ रुपये से ज्यादा का राजस्व जुटाया है। इस दौरान वेस्टर्न रेलवे ने अकेले 69 मिल्क स्पेशल ट्रेनें चलाईं, जिसमें वैगन के 100 फीसदी इस्तेमाल के साथ 52 हजार टन से ज्यादा दूध की ढुलाई की गई और रेलवे को करीब 9 करोड़ रुपये का राजस्व मिला। इसी अवधि में इस जोन से 361 कोविड-19 स्पेशल पार्सल ट्रेनें भी देश के अन्य हिस्सों में जरूरी सामानों के साथ रवाना हुईं, जिसमें करीब 32 हजार टन सामानों की सप्लाई हुई और रेलवे को 16.31 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।
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लॉकडाउन में माल ढुलाई से 3000 करोड़ का राजस्व
रविवार को वेस्टर्न रेलवे ने बताया है कि लॉकडाउन के दौरान सारी चुनौतियों के बावजूद इसका माल ढुलाई से आने वाला कुल राजस्व 3,000 करोड़ रुपये को पार कर गया है। इसने 8 अगस्त तक माल ट्रेनों के लिए कुल 11,535 रेक में समानों की लोडिंग करके एक बेहतरीन कार्य कर दिखाया है।