विरोध के बाद रेलवे ने मेन्यू में किया बदलाव, फिर से शामिल की गईं केरल की डिशेज
नई दिल्ली। रेलवे ने हाल ही में अपने मेन्यू से केरल के कई मशहूर व्यंजनों को निकाल दिया था। इसको लेकर केरल और देशभर के लोगों ने विरोध दर्ज कराया था। जिसके बाद फिर से इन डिशेज को रेलवे ने अपने मेन्यू में शामि कर लिया है। केरल के एर्नाकुलम से सांसद हीबी एडेन ने इसको लेकर रेलवे मंत्री पीयूष गोयल को खत लिखा था। केरल के खाने को फिर से मेन्यू में शामिल किए जाने के बाद उन्होंने इस पर खुशी जाहिर की थी।
भारतीय रेलवे के इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन ने हाल ही में अपने मेन्यू से केरल के कई मशहूर व्यंजन जैसे- पुत्तू (स्टीम्ड राइस केक), कडला करी (काले चने की करी), एग करी, अप्पम, पोरोट्टा हटा दिया था। इनकी जगह उत्तर भारतीय खाने- राजमा चावल, छोले भटूरे, पाव भाजी, खिचड़ी और कुलचे को शामिल किया था। बदले हुए मेन्यू में केरल में लोकप्रिय स्नैक्स- पजम्पूरी (बनाना फ्राई), भाजी, इल्लायाडा, अनीअप्पम,सुखियाना भी हटा दिए गए थे और इनकी जगह उत्तर भारत के स्नैक्स समोसा, कचौरी, आलू बोंडा और स्टफ्ड पकौड़े शामिल कर दिए थे।
I welcome @IRCTCofficial decision to withdraw earlier decision to exclude Kerala delicacies from railway menu. It was the sentiments of Kerala I echoed to Chairman Mr. MP Mall. IRCTC officials visited me today & handed over the reinstated menu. We got fish curry meals as a bonus! pic.twitter.com/3KRgmqtw2G
— Hibi Eden (@HibiEden) January 22, 2020
दक्षिण भारत के लोगों ने इस पर कड़ा एतराज किया और इसे कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर 'कल्चरल फासिज्म' तक कहा था। एर्नाकुलम सांसद हीबी एडेन ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर स्थानीय व्यंजनों को वापस लाने की मांग की थी। उन्होंने अपनी चिट्ठी में कहा था कि कुछ व्यंजन जो नाश्ते के लिए मलयाली लोगों के पसंदीदा हैं, उन्हें मेन्यू में शामिल ही नहीं किया गया है। ऐसा बर्ताव दक्षिण भारतीय लोगों के खिलाफ लगता है। विरोध के बाद रेलवे ने इन डिशेज को मेन्यू में शामल कर लिया है।
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