यात्रीगण ध्यान दें! रेलवे करने जा रहा है कई बड़े बदलाव, सुहावना होगा आपका सफर
भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कई नई सुविधाएं ला रहा है। आने वाले वक्त में रेलवे अपना कायाकल्प की तैयारी में है। हाल ही में रेलवे ने टिकट बुक करने के लिए ऐप भी लॉन्च किया था।
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कई नई सुविधाएं ला रहा है। आने वाले वक्त में रेलवे अपना कायाकल्प की तैयारी में है। हाल ही में रेलवे ने टिकट बुक करने के लिए ऐप भी लॉन्च किया था। साथ ही सफर को बेहतर बनाने के लिए रेलवे ने कंबल और तौलिये बदलने के भी आदेश दिए हैं। जल्द ही रेलवे सभी ट्रेनों के कोच को भी बदलने की तैयारी में है। इसके अलावा जिस बदलाव की सबसे ज्यादा चर्चा है वो है 2019 से पहले ट्रेन में शौचालयों को मॉड्यूलपर और साफ बनाना। रेलवे ट्रेनों में फ्लाइट जैसे बायो टॉयलेट को लाने की भी तैयारी में है। जानिए आने वाले समय में भारतीय रेलवे में होंगे कौन-कौन से बड़े बदलाव-
ऑपरेशन स्वर्ण से बदलेगी तस्वीर
इस पहल में 15 शताब्दी और 14 राजधानी ट्रेनों को अपग्रेड किया जाएगा। 50 लाख प्रति रेक के हिसाब से ये ट्रेनें गोल्ड स्टैंडर्ड पर अपग्रेड होंगी। अपग्रेड एंटरटेनमेंट और साफ-सफाई पर, महंगे इंटीरियर, साफ शौचालय, सुरक्षा जैसे 10 पैरामीटर पर आधारित है। इस पहल के तहत कई ट्रेनों का पहले से ही कायाकल्प कर दिया गया है और परियोजना अगस्त अंत तक पूरी होने की उम्मीद है।
प्रोजेक्ट उत्कृष्ट के तहत अपग्रेड होंगे कोच
भारतीय रेलवे मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को अपग्रेड करने जा रहा है। मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के लगभग 140 कोच बदले जाएंगे जिसके लिए 60 लाख रुपये दिए आवंटित हैं। ये प्रोजेक्ट मार्च 2019 तक पूरा होगा। प्रोजेक्ट उत्कृष्ट में आईसीएफ डिजाइन कोच को अपग्रेड कर उन्हें एलएचबी कोच जैसा बनाया जाएगा। कोच में सीटें, बर्थ, टॉयलेट, फ्लोर और बाहर का डिजाइन सभी पर ध्यान दिया जाएगा। जहां पहले फेज में 140 कोच अपग्रेड किए जाएंगे, वहीं दूसरे फेज में 500 कोच अपग्रेड होंगे।
प्रीमियम ट्रेनों ने आसान किया सफर
रेलवे ने पिछले कुछ सालों में प्रीमियम ट्रेनें देकर यात्रियों के अनुभव को और बेहतर बनाया है। तेजस एक्सप्रेस, हमसफर एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों ने प्रीमियम ट्रैवल का अनुभव ही एकदम बदल दिया है। तेजस एक्सप्रेस और अनुभूति कोच शताब्दी ट्रेनों का अपग्रेड वर्जन हैं। इस एक्सप्रेस और कोच में कई फीचर्स फ्लाइट की तर्ज पर दिए गए हैं। इसमें यात्रियों को निजी एंटरटेनमेंट स्क्रीन, अटेंडेंट कॉल बटन, पढ़ने के लिए लाइट और फुट रेस्ट जैसे फीचर्स दिए गए हैं। वहीं हमसफर एक्सप्रेस एसी-3 टीयर का लग्जरी वर्जन है। इस ट्रेन में यात्रियों को सूप/कॉफी वेंडिंग मशीन, फायर सिस्टम दिया गया है, साथ ही सीटें भी काफी आरामदायक हैं। हाल ही में रेलवे ने बिजनस क्लास पैसेंजर्स के लिए डबल डेकर उदय एक्सप्रेस भी लॉन्च की थी।
शताब्दी की जगह आएगी ट्रेन 18
रेलवे का महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट ट्रेन 18 सितंबर में लॉन्च होगी। ट्रेन 18 का निर्माण मेक इन इंडिया के तहत इंटिग्रल कोच फैक्टरी चेन्नई कर रही है। इस ट्रेन की खास बात ये है कि इसे दौड़ने के लिए इंजन की जरूरत नहीं होगी। ये ट्रेन मेट्रो ट्रेनों की तरह इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर सेल्फ-प्रोपेल्ड चलेंगी। ट्रेन 18 आने वाले समय में शताब्दी ट्रेनों की जगह ले लेगी। इंटर सिटी ट्रैवल को और बेहतर बनाने के लिए ट्रेन 18 को लाया जा रहा है। ट्रेन में ऑटोमैटिक दरवाजे होंगे, वाई-फाई और इंफोटेनमेंट की सुविधा होगी, बायो-वैक्यून सिस्टम के साथ मॉड्यूलर टॉयलेट और ग्लास विंडो होगी। ये पूरी ट्रेन एसी चेयर कार होगी और 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी।
आम आदमी के लिए सुविधा
पिछले डेढ़ साल में अनारक्षित यात्रियों के लिए भारतीय रेलवे ने कई अंत्योदय एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई हैं। ट्रेन की ये नई कैटेगरी आम आदमी की सुविधा को ध्यान में रखकर लाई गई है। इस ट्रेन में आरामदायक सीटें, सामान रखने के लिए बेहतर रैक, कपड़े टांगने के लिए हुक और मोबाइल फोन चार्ज करने के लिए एक्स्ट्रा सॉकेट दिया गया है। इस ट्रेन ने अनारक्षित यात्रियों के सफर को काफी आसान कर दिया है। इसके साथ ही रेलवे ने अनारक्षित पैसेंजर्स के लिए दीनदयालु कोचों को अंत्योदय एक्सप्रेस के जैसा बनवाया है। मांग के आधार पर ये कोच नियमित ट्रेनों से जुड़े होते हैं।