आपने यात्रा ना कर रेलवे की झोली में डाले 1407 करोड़ रुपए
आरटीआई के जवाब में बताया गया कि रेलवे ने अनारक्षित टिकटिंग सिस्टम के जरिए 2016-17 में 17.87 करोड़ रुपए की कमाई की है।
नई दिल्ली। रेल यात्रियों ने महज टिकट कैंसिल कराकर भारतीय रेलवे की झोली भर दी है। आप जानकर चौंक जाएंगे कि भारतीय रेलवे ने आरक्षित टिकटों को कैंसिल करने मात्र से वित्त वर्ष 2016-17 में कुल 1407 करोड़ रुपए की कमाई की है। रेलवे की यह कमाई पिछले साल की तुलना में 25.29 प्रतिशत ज्यादा है। रेल मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त संस्थान सेंटर फॉर रेलवे इन्फॉर्मेशन सिस्टम (सीआरआईएस) ने आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ की मांग पर यह जानकारी दी है।
आरटीआई के जवाब में सीआरआईएस ने जानकारी देते हुए बताया कि वित्त वर्ष 2015-16 में टिकट कैंसिलेशन से रेलवे को 1123 करोड़ की कमाई हुई थी, जो 2016-17 में बढ़कर 1407 करोड़ हो गई। वित्त वर्ष 2014-15 में रेलवे को टिकट कैंसिलेशन से 908 करोड़ रुपए की कमाई हुई थी। चंद्रशेखर गौड़ को यह जानकारी पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (पीआरएस) के तहत दी गई है।
अनारक्षित टिकट कैंसिल से 1787 करोड़ की कमाई
इसके अलावा रेलवे ने अनारक्षित टिकटों के कैंसिलेशन से भी कमाई की है। आरटीआई के जवाब में बताया गया कि रेलवे ने अनारक्षित टिकटिंग सिस्टम के जरिए 2016-17 में 1787 करोड़ रुपए की कमाई की है। 2015-16 में रेलवे ने अनारक्षित टिकटिंग सिस्टम से 1723 करोड़ रुपए की कमाई की थी, जबकि 2014-15 यही कमाई 1472 करोड़ रुपए थी।
गौड़ ने बताया कि टिकट कैंसिलेशन को लेकर रेलवे पैसेंजर्स रूल्स 2015 के तहत नवंबर 2015 में नियम बदले गए थे, जिसके अंतर्गत कैंसिलेशन फीस में दो बार बढोतरी की गई। उन्होंने कहा कि रेलवे को यात्रियों के हित में टिकट कैंसिलेश के नियमों में बदलाव करना चाहिए।