VIDEO: अमेरिकी नेवी के साथ भारतीय नौसेना ने किया युद्धाभ्यास, चीन की बढ़ी मुश्किल
नई दिल्ली। भारतीय नौसेना के युद्धपोतों ने अमेरिकी नौसेना के विमानवाहक पोत यूएसएस निमित्ज के साथ सोमवार से युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है। सोमवार को दोनों देशों के साझा अभ्यास पर यूएस नेवी की ओर से कहा गया है कि निमित्ज को इस हिसाब से डिजाइन किया गया है कि ये समुंद्र में सुरक्षा के लिहाज से अहम है। यूएस नेवी के पीआर ने कहा कि इस तरह के अभ्यास से भारत जैसे सहयोगियों के साथ साझेदारी और रिश्तों में बेहतरी आएगी। इस एक्सरसाइज को यूएस-इंडिया पासेक्स नाम दिया गया है।
चीन और भारत के बीच चल रहे मौजूदा सैन्य तनावों के बीच भारत और अमेरिका के नौसैनिक पोतों का अंडमान सागर में यह साझा पैसेज युद्धाभ्यास करना काफी अहम सामरिक संकेत माना जा रहा है। इसे चीन को एक संदेश की तरह भी देखा जा रहा है। खास बात ये है कि यूएसएस निमित्ज अमेरिकी नौसेना का परमाणु क्षमता से लैस सबसे बड़ा एयरक्राफ्ट कैरियर है और दुनिया की सबसे बड़ी वॉरशिप है। F/A-18F सुपर हॉर्नेट और F/A-18E सुपर हॉर्नेट जैसे फाइटर जेट्स से लैस यूएसएस निमित्ज, इंडियन नेवी के साथ अंडमान निकोबार द्वीप में एक्सरसाइज कर रहा है।
साझा पैसेज अभ्यास में भारतीय नौसेन की ओर से कई बडे युद्धपोतों ने भाग लिया जिसमें विध्वंसक पोत, फ्रिगेट, पनडुब्बियां और समुद्री टोही विमानों ने भाग लिया। इस अभ्यास में भारतीय नौसेना की ओर से पूर्वी नौसैनिक कमांड के कमांडर रियर एडमिरल संजय वातसायन ने अगुवाई की। भारत और अमेरिकी नौसेनाएं मालाबार साझा नौसैनिक अभ्यास के तहत 1992 से ही दिवपक्षीय अभ्यास करती रही हैं।
चीन को जाएगा संदेश
पासेक्स में यूएसएस निमित्ज का कैरियर स्ट्राइक ग्रुप शामिल है और मलेका स्ट्रेट में इस एक्सरसाइज के बाद चीन को एक बड़ा संदेश जाएगा। कुछ ही दिनों पहले अमेरिकी नेवी के दो सबसे खतरनाक एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस निमित्ज और यूएसएस थियोडर रूजवेल्ट ने साउथ चाइना सी में फिलीपींस की सीमा में वॉर एक्सरसाइज को अंजाम दिया है।