जब बंगाल की खाड़ी में अमेरिका के ताकतवर जेट से हुआ इंडियन नेवी के सुपरजेट MiG 29K का आमना-सामना
नई दिल्ली। इस समय भारत, जापान और अमेरिका की नौसेनाएं मालाबार युद्धाभ्यास के जरिए बंगाल की खाड़ी में इकट्ठा हैं। तीन देशों की सेनाओं ने सोमवार को अपने-अपने फाइटर जेट्स के साथ अपनी ताकत का एक नमूना पेश किया। इस युद्धाभ्यास में सोमवार को इंडियन नेवी के मिग-29के का पलड़ा भारी रहा। मिग-29 का सामना सोमवार को अमेरिका के सबसे ताकतवर माने जाने वाले फाइटर जेट F/A-18 सुपर हॉरनेट के साथ हुआ। जहां मिग-29के इंडियन नेवी के पास मौजूद बेस्ट फाइटर जेट है तो सुपर हॉरनेट अमेरिका की ताकत है।
सोमवार को आसमान में परखी ताकत
सोमवार को मिग-29के और सुपर हॉरनेट ने एक वॉरशिप की रक्षा करने के लिए एयर पेट्रोल्स का नजारा पेश किया। इंडियन नेवी के सूत्रों की मानें तो मिग-29के ने सुपर हॉरनेट के मुकाबले काफी बेहतर प्रदशर्न किया। मिग-29 के प्रदर्शन से अमेरिकी नौसेना भी काफी खुश नजर आ रही थी।
80 के दशक में बना इंडियन नेवी का हिस्सा
मिग-29के को इंडियन नेवी ने 80 के दशक में अपने बेड़े में शामिल किया था। सोमवार को जो प्रदर्शन हुआ उसमें मिग-29 का नया वर्जन शामिल किया गया था। इस नए वर्जन का मिग के पुराने वर्जन से कोई मुकाबला नहीं है। मिग-29के ने र्आईएनएस विक्रमादित्य से फ्लाइंग ऑफ किया तो वहीं F/A-18 ने निमित्ज से फ्लाइंग ऑफ किया था। दोनों ने अलग-अलग दिशाओं से वॉरशिप के डेक से फ्लाइंग ऑफ किया था।
रूस को होती है तकलीफ
हालांकि रूस इस बात से कभी खुश नहीं होता कि भारत की सेनाएं, अमेरिका के साथ मिलकर कोई वॉर एक्सरसाइज करें लेकिन अमेरिका, इंडियन नेवी और एयरफोर्स के लिए हमेशा भारत की मदद करता आया है। मालाबार युद्धाभ्यास 15 जुलाई से जारी है और इस युद्धाभ्यास ने चीन की नाक में हमेशा दम करके रखा है।
भारत ने दिया था 45 मिग का ऑर्डर
भारत ने वर्ष 2004 और 2010 में रूस को 45 मिग 29के खरीदने के लिए ऑर्डर दियाा था। यह फाइटर जेट युद्ध के दौरान कई भारी वजन वाले हथियार अपने साथ ले जाने में सक्षम है। यह अपनी पीढ़ी का अबतक का सबसे कुशल जेट है।
सेंसर्स से लैस मिग-29के
मिग-29के का नया वर्जन सभी फाइटर जेट्स से काफी अलग है और इसमें नए हथियार और सेंसर्स को इंस्टॉल किया गया है। इस जेट को इसकी पीढ़ी का सबसे कुशल फाइटर जेट माना जाता है। यह फाइटर जेट एफ-15 और एफ-16 के नए वर्जन को भी तगड़ी टक्कर दे सकता है।
रूस नहीं इंडियन नेवी का पहले बना हिस्सा
मिग-29के रूसी फाइटर जेट है लेकिन रूस की नौसेना पहली ऐसा नौसेना नहीं है जिसने इस फाइटर जेट को शामिल किया। बल्कि इंडियन नेवी दुनिया की पहली ऐसी नौसेना है जिसे इस फाइटर जेट को शामिल करने का सम्मान मिला था। इस एयरक्राफ्ट के साथ भारत को एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रमादित्य भी मिला था। भारत ने रूस के साथ एक पैकेज डील के तहत दोनों को हासिल किया था।