PICS: आईएनएस विराट की अंतिम समुद्री यात्रा
मुंबई। 12 मई 1987 से देश को अपनी सेवा प्रदान करने वाला एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विराट ने अपनी अंतिम समुद्री यात्रा के बाद नौसेना को अलविदा कह दिया। इस अंतिम यात्रा में भारतीय नौसेना के वाइस एडमिरल समेत कई अधिकारियों ने युद्धपोत को सलामी दी।
युद्धपोत ने अपनी अंतिम समुद्री यात्रा की शुरुआत मुंबई से की। यहां से यह कोचिन के लिये रवाना हुआ। इस यात्रा को हरी झंडी वाइस एडमिरल गिरीश लुथरा ने दिखाई। आईएनएस विराट ने मुंबई के डॉकयार्ड को सलामी देते हुए अलविदा कहा।
आईएनएस विराट
अब यह युद्धपोत यहां कभी वापस नहीं आयेगा। क्योंकि कोचिन पहुंचने के बाद ही विराट की नौसेना से विदाई हो जायेगी। इस दौरान नौसेना ने हेलीकॉप्टरों और नौकाओं के साथ विराट को सलामी दी।
आईएनएस विराट के बारे में
आईएनएआईएनएस विराट को 12 मई, 1987 को भारतीय नौसेना में कमीशन किया गया था। इस जहाज ने सी हैरियर (व्हाइट टाइगर्स-लड़ाकू वायुयान), सी किंग 42बी (हारपुन-एंटी सबमैरीन हेलीकॉप्टर) एवं सी किंग 42सी (कमांडो वाहक हेलीकॉप्टर) और चेतक (एंगल्स-एसएआर हेलीकॉप्टर) उसके मुख्य वायु तत्व रहे हैं। सी हैरियर फ्लीट को भी हाल ही में मई 2016 में गोवा में डी-कमीशन कर दिया गया था।
आईएनएस विराट
भारतीय ध्वज के तहत विभिन्न वायुयानों ने आईएनएस विराट के डेक से 22,034 घंटों से अधिक की उड़ाने भरी हैं। आईएनएस विराट ने लगभग 2,250 दिनों में 5,88,288 एनएम (10,94215 किमी) की समुद्री यात्रा की है। इसका अर्थ यह हुआ कि विराट लगभग 27 बार पूरी दुनिया को कवर करने के लिए 6 वर्षों से अधिक समुद्र में रहा है। उसने 1989 में ऑपरेशन जुपिटर (श्रीलंका में भारतीय शांति वाहिनी अभियान) एवं 1999 में ऑपरेशन विजय (कारगिल युद्ध) में अहम भूमिका निभाई।
इस जहाज ने मालाबार (अमेरिकी नौसेना), वरुण (फ्रांस की नौसेना), नसीम अल बहार (यमन की नौसेना) जैसे विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संयुक्त अभ्यासों में भी भाग लिया है और सभी बड़े नौसेना अभ्यासों का एक अंतरंग हिस्सा बना रहा है। जहाज की अंतिम संचालनगत तैनाती विशाखापट्टनम में अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू (आईएफआर-2016) में भाग लेने के लिए की गई थी।
लगभग तीन दशकों तक देश और नौसेना की सेवा करने के बाद आईएनएस विराट ने कैरियर संचालनों की अपनी कमान आईएनएस विक्रमादित्य को सौंप दी जिसे वर्ष 2013 में कमीशन किया गया था।
देश के दूसरे विमान वाहक ने भारतीय ध्वज के तहत 29 वर्ष और रॉयल नेवी (ब्रिटेन) के साथ 27 वर्ष व्यतीत किए हैं। यह जहाज सबसे पुराने सेवारत युद्धपोत होने का गिनीज रिकार्ड रखती है। आईएनएस विराट एक सेंटूर -वर्ग वायुयान वाहक है और इसने एचएमएस हरमिश के रूप में रॉयल नेवी में काम किया है, जो 1982 में फॉकलैंड अभियान के दौरान रॉयल नेवी की प्रमुख जहाज थी। आमतौर पर इसे नौसेना समुदाय के बीच 'ग्रैंड ओल्ड लेडी' के नाम से भी जाना जाता है।