राइटर हरिंदर सिक्का ने मेघना गुलजार पर लगाया आरोप, कहा-पाक को खुश करने के लिए 'राजी' की कहानी ही बदल दी
नई दिल्ली। एक माह पहले बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या कर ली। अब उनके असमय निधन के बाद बॉलीवुड के काम करने के तरीकों पर बहस छिड़ गई है। इस बहस के बीच ही अब जाने-माने कवि और लेखक गुलजार की बेटी मेघना गुलजार के नाम भी सामने आ गया है। हरिंदर सिक्का ने मेघना पर आरोप लगाया है कि 'राजी' फिल्म को निर्देशित करने वाली फिल्ममेकर ने उन्हें इसका क्रेडिट ही नहीं दिया। साथ ही उन्हें हर जगह से हटवा दिया ताकि उन्हें कभी फिल्म का श्रेय ही ना मिल पाए।
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फिल्म का क्रेडिट तक नहीं दिया
हरिंदर सिक्का ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में मेघना पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हरिंदर, इंडियन नेवी से रिटायर्ड हैं और वह लेफ्टिनेंट कमांडर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। मेघना की फिल्म 'राजी' साल 2018 में रिलीज हुई थी। यह फिल्म हरिंदर की बेस्ट सेलिंग नॉवेल 'कालिंग सहमत' बेस्ड थी। हरिंदा की मानें तो मेघना ने उन्हें क्रेडिट नहीं दिया। इसके साथ ही उन्होंने हरिंदर का नाम न सिर्फ जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल से हटवा दिया बल्कि फिल्मफेयर पुरस्कार में भी उन्हें नॉमिनेट नहीं होने दिया। हरिंदर के मुताबिक उनकी किताब की लॉन्चिंग में भी मेघना ने कई अड़चनें डालीं। हरिंदर के मुताबिक उन्होंने मेघना के पिता गुलजार से वादा किया था कि वह निर्देशक के रूप में मेघना को ही चुनेंगे। हरिंदर की किताब उसी साल मई में रिलीज हुई थी और यह बेस्ट सेलिंग साबित हुई।
कहानी के साथ छेड़छाड़ का आरोप
हरिंदर ने मेघना पर 'राजी' को अलग तथ्यों के साथ पेश करने का आरोप भी लगाया। हरिंदर ने कहा कि फिल्म में दिखाया गया है कि सहमत, जिनका रोल आलिया भट्ट ने प्ले किया है, वह डिप्रेशन में चली गई हैं। इसके साथ ही पूरी स्टोरी बदल दी गई। हरिंदर ने आरोप लगाया कि मेघना के इस वामपंथी दृष्टिकोण ने कहानी को मार डाला। हरिंदर ने इसका जवाब अपनी एक ट्वीट के जरिए दिया है। हरिंदर ने ट्वीट कर लिखा, 'सहमत जो हीरो थीं वह वापस नहीं आती हैं। वह तिरंगे को सैल्युट करती हैं और उस समय बैंड राष्ट्रगान की धुन बजा जा रहा होता है।' हरिंदर की मानें तो पाकिस्तान के लोगों को खुश करने के लिए मेघना ने फिल्म में बदलाव कर डाला। एक निर्देश के तौर पर उन्होंने मेघना पर उनकी पीठ पर छुरा भोंकने का आरोप लगाया है।
लिट्रेचर फेस्टिवल से भी करवाया बाहर
हरिंदर के मुताबिक उनके पास उस ई-मेल की कॉपी भी है जो उन्हें लिट्रेचर फेस्टिवल के मुखिया की तरफ से भेजा गया था। हरिंदर ने बताया कि इस ई-मेल में लिखा था, '35 साल के मेरे करियर में मैंने कभी किसी को एक शख्स का नाम हटवाने के लिए इस तरह मुझ पर दबाव बनाते हुए नहीं देखा। इस केस में गुलजार ने यह काम किया।' हरिंदर ने कहा, 'मेघना ने क्या किया मैं बताता हूं, मेरी किताब को छपने में दिक्कते खड़ीं कीं, ताकि सारा क्रेडिट उन्हें मिल सके, जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल, फिल्मफेयर अवॉर्ड, द बेस्ट ओरिजनल स्टोर अवॉर्ड जो मुझे मिलना था, वहां से मेरा नाम हटा दिया गया। यह अवॉर्ड 'अंधाधुंध' नाम की एक फिल्म को दे दिया गया, जो कि एक फ्रेंच बुक की कॉपी थी, क्योंकि वहां से मुझे हटा दिया गया था।'
आउटसाइडर की वजह से झेला नुकसान
सिक्का ने फिल्म मेघना की एक और फिल्म 'छपाक' का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उस फिल्म में भी मेघना ने दिल्ली के एक छोटे से वकील को क्रेडिट नहीं दिया। उन्होंने कहा, 'रवीना टंडन के पिता रवि टंडन के साथ क्या हुआ था। इंडस्ट्री में माफियाओं का पूरा इतिहास रहा है। मैं किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं हूं। मेरे साथ ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मैं बाहरी था।' उन्होंने आगे बताया, 'मेरी फिल्म 'नानक शाह फकीर' ऑस्कर अवॉर्ड के लिए जाने वाली थी। उसे नहीं जाने दिया गया क्योंकि बॉलीवुड से कोई आया और कहने लगा कि नहीं यह एक आउटसाइडर है, हम अपनी फिल्म भेजेंगे।'