कमांडर अभिलाष टोमी बोले इंडियन नेवी की कड़ी ट्रेनिंग की वजह से बच सकी उनकी जान
नई दिल्ली। इंडियन नेवी कमांडर अभिलाष टोमी जिन्हें पिछले दिनों हिंद महासागर के एकदम सूनसान हिस्से से बचाया गया है, उन्होंने कहा है कि सेलिंग स्किल्स और नेवी के लिए मिली कड़ी ट्रेनिंग की वजह से जान उनकी जान बच सकी। कमांडर अभिलाष टोमी उस समय बुरी तरह से जख्मी हो गए थे जब बीच समंदर में आए एक तूफान ने उनकी नाव थूरिया को नुकसान पहुंचाया था। इंडियन नेवी की ओर से कमांडर का बयान जारी किया गया है। कमांडर अभिलाष टोमी ग्लोडन ग्लोब रेस में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। पिछले शुक्रवार को हुई घटना के बाद उनकी पीठ में भी काफी चोट आई थी।
पूरी तरह से ठीक हैं कमांडर टोमी
इंडियन नेवी की ओर से ट्वीट में कमांडर अभिलाष का बयान जारी किया गया। कमांडर अभिलाष ने कहा, 'समंदर अविश्वसनीय तौर पर खराब था। मै और मेरी नाव थूरिया प्रकृति की इच्छा के खिलाफ थे। सेलिंग क्षमताओं, मेरे अंदर मौजूद एक सैनिक और नेवी की ट्रेनिंग की वजह से मैं बच सका।' कमांडर अभिलाष ने इंडियन नेवी और बाकी सभी लोगों का उनकी जान बचाने के लिए शुक्रिया अदा किया। माना जा रहा है कि टोमी को गुरुवार को मॉरिशस पहुंचाया जाएगा जब इंडियन नेवी का जहाज आईएनएस सतपुड़ा उन तक पहुंच जाएगा। मुंबई में एक नेवी ऑफिसर की ओर से बताया गया है कि आईएनएस सतपुड़ा गुरुवार तक एम्सटर्डम पहुंच जाएगा।
भारतीय क्रू टोमी से मुलाकात करेगा। 39 वर्षीय कमांडर अभिलाष, कीर्ति चक्र से सम्मानित इंडियन नेवी ऑफिसर हैं। इंडियन नेवी की ओर से कहा गया है कि टोमी को काफी चोट आई है लेकिन उनके शरीर का कोई भी हिस्सा इसकी वजह से पूरी तरह से क्षतिग्रस्त नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि मॉरीशस में कमांडर टोमी के पूरी तरह से चेकअप के बाद ही उन्हें भारत लाया जाएगा। वहीं उप-नौसेना प्रमुख वाइस एडमिरल अजित कुमार पी ने कमांडर अभिलाष से बात की है। उन्होंने बताया कि कमांडर टोमी ठीक हैं और उनकी हालत में तेजी से सुधार हो रहा है। उनकी मेडिकल रिपोर्ट्स भी सही हैं।