MiG29K Crash: 70 मीटर की गहराई में मिला कमांडर निशांत का शव, अब DNA से होगी पहचान
नई दिल्ली। भारतीय नौसेना के जांबाज पायलट कमांडर निशांत सिंह का शव मिल गया है। कमांडर सिंह का शव उनके फाइटर जेट मिग-29के के क्रैश होने के 11 दिन बाद सोमवार को अरब सागर में मिला है। भारतीय नौसेना की तरफ से सोमवार को इस बारे में आधिकारिक बयान जारी किया गया। नौसेना ने बताया कि कमांडर सिंह का शव समंदर में 70 मीटर की गहराई पर मिला है। सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन को नौसेना ने बंद कर दिया और कमांडर सिंह के शव को डीएनए टेस्टिंग के लिए भेज दिया गया।
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270 घंटे तक हेलीकॉप्टर ने भरी उड़ान
नौसेना की तरफ से जारी आधिकारिक बयान में कहा है कि जहाजों और एयरक्राफ्ट को मिग-29के ट्रेनर जेट के दूसरे पायलट की तलाश में लगाया गया था। एमआर एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर ने करीब 270 घंटे तक उड़ान भरी और हवाई सर्वे को अंजाम दिया। पानी के अंदर क्रैश साइट पर गहनता के साथ गोताखोरों ने एचडी कैमरे का प्रयोग कर पिछले 10 दिन तक उन्हें तलाशा। जेट का मलबा मिल गया है और जांच में काफी मदद मिलेगी। मलबे के दायरे में जो शव मिला है उससे सैंपल्स लेकर डीएनए टेस्टिंग के लिए भेज दिया गया है जिससे कमांडर सिंह की पहचान की जा सके। नौसेना के मुताबिक कमांडर सिंह का शव गोवा से 30 मील दूर यानी करीब 50 किलोमीटर दूर मिला है। कमांडर सिंह का जेट 26 नवंबर को क्रैश हो गया था। मिग-29के ने एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य से टेकऑफ किया था। हादसे में जहां एक पायलट को बचा लिया गया था तो वहीं कमांडर सिंह का जेट से सुरक्षित निकलने के बाद भी कुछ पता नहीं चल पा रहा था। नौसेना के साथ ही वायुसेना भी उनकी सर्च में लगी थी। सर्च यूनिट्स हवा और पानी में गहनता के साथ उनकी तलाश में लगी थीं।
व्हाइट टाइगर स्क्वाड्रन के पायलट
कमांडर निशांत सिंह, नौसेना के बेस आईएनएस हंसा पर तैनात थे और व्हाइट टाइगर स्क्वाड्रन के एक जांबाज पायलट थे। इस वर्ष फरवरी में भी इंडियन नेवी का मिग एयरक्राफ्ट गोवा में रूटीन सॉर्टी के समय क्रैश हो गया था।वास्को में हुई उस घटना में पायलट सुरक्षित निकलने में कामयाब रहा था और बाद में उन्हें सुरक्षित बचा लिया था। फरवरी में आईएनएस हंसा पर जो हादसा हुआ उसमें मिग-29के एक सिंगल सीटर जेट था और कुछ तकनीकी वजहों से यह क्रैश हो गया था। मिग-29के नौसेना के सबसे बड़े एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य से ऑपरेट करता है। पायलट की तलाश के लिए जमीन और हवा में सर्च टीमें लगी हुई हैं। हाल ही में अरब सागर में मालाबार युद्धाभ्यास का दूसरा चरण आयोजित हुआ था। इस युद्धाभ्यास में आईएनएस विक्रमादित्य ने भी हिस्सा लिया था और मिग-29के ने भी बखूबी हर मिशन को अंजाम दिया। मालाबार युद्धाभ्यास में मिग-29 ने अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान की नौसेनाओं ने भी हिस्सा लिया था।