अफगानिस्तान से लाए गए लोगों को 'स्टे वीजा' देगी भारत सरकार, लंबे वक्त तक रहने की छूट
नई दिल्ली, 18 सितंबर: अफगानिस्तान में जब गृह युद्ध शुरू हुआ, तो वहां से बहुत से लोगों को एयरलिफ्ट करके भारत लाया गया। जिसमें कई अफगान नागरिक भी शामिल हैं। अभी वहां पर अशांति बनी हुई है, जिस वजह से गृह मंत्रालय ने भारत लाए गए लोगों को स्टे वीजा देने का फैसला किया है। इसके तहत अफगान नागिरकों को देश में ज्यादा वक्त तक रहने की अनुमति मिलेगी। शुरू में उन्हें ई-आपातकालीन एक्स मिसलेनियस वीजा दिया गया था, जिसकी अवधि कम थी।
मामले में गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 17 अगस्त को आपातकालीन वीजा पेश किए जाने से पहले भारत आए सभी अफगान नागरिकों को एक महीने का वीजा दिया गया था। अब इसे स्टे वीजा में बदल दिया जाएगा, जिसकी वैधता एक साल की होगी। इसके बाद भी इसे बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान/बांग्लादेश/अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्य दीर्घकालिक वीजा (एलटीवी) के पात्र हैं। इसी वजह से स्टे वीजा लाया गया।
एलटीवी के तहत उन्होंने कहा कि राष्ट्रीयता के लिए आवेदन करने के योग्य होने के लिए देश में सात साल तक रहना पड़ता है, जबकि 'स्टे वीजा' के मामले में किसी को 12 साल तक रहना पड़ता है। इसके अलावा स्टे वीजा के लिए फॉरेनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर (एफआरआरओ) के पास आवेदन जमा करने की जरूरत नहीं पडे़गी।
अधिकारी ने अफगान नागरिकों के लिए कहा कि गृह मंत्रालय को बहुत से लोगों से एक महीने के वीजा से संबंधित प्रश्न प्राप्त हुए थे, क्योंकि उसकी समय सीमा खत्म होने वाली है। ऐसे में वो कहना चाहते हैं कि कोई घबराए नहीं, उन्हें एक साल का विस्तार दिया जाएगा। अभी तक कुल 53 अफगान नागरिक लाए गए हैं। जिनमें 34 पुरुष, 9 महिलाएं और 10 बच्चे शामिल थे। इसमें 28 मुस्लिम और बाकी सिख हैं।