'ब्रिटेन को भी दवाइयां भेजेगा भारत', अमेरिका और ब्राजील के बाद अंग्रेजों ने PM मोदी को कहा 'थैंक्यू'
नई दिल्ली। कोरोना वायरस का प्रकोप झेल रहे विश्व के विकसित देशों की मदद कर के भारत ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि दोस्ती निभाने में उसके जैसा देश कोई और नहीं है। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है, भारत भी इससे लड़ाई लड़ रहा है। ऐसे में जब कई देश खुद की मदद नहीं कर पा रहे, उस दौरान भारत दूसरे देशों को दवाइयां निर्यात कर उनकी मदद कर रहा है। अमेरिका, ब्राजील और अब ब्रिटेन ने भारत सरकार के इस कमद की प्रशंसा की है।
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डोनाल्ड ट्रंप के अनुरोध पर भारत सरकार ने पहले अमेरिका फिर ब्राजील और अब ब्रिटेन को दवाई देने का वादा किया है जिसके लिए यूके ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया है। गौरतलब है कि विश्व में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 15 लाख के पार जा चुकी है जबकि इस महामारी से 88 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। अमेरिका में सबसे ज्यादा संक्रमित मरीजों के होने से अमेरिका भयानक संकट से जूझ रहा है, इस बीच डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से मदद मांगी जिसके बाद पीएम मोदी ने अमेरिका को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा भेजने की मंजूदी दे दी है। इसके लिए डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर पीएम मोदी का धन्यवाद भी किया है।
इसी तरह भारत सरकार ने ब्रिटेन को पेरासिटामोल के निर्यात को मंजूरी दे दी है जिसके बाद भारत में कार्यवाहक उच्चायुक्त जान थॉम्पसन ने ट्वाट कर कोरोना वायरस जैसी वैश्विक चुनौती से निपटने के लिए ब्रिटेन के साथ काम करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। जान थॉम्पसन ने लिखा, ब्रिटेन को पेरासिटामोल के निर्यात को मंजूरी देने के लिए पीए मोदी और भारत सरकार का धन्यवाद। COVID19 के खिलाफ लड़ाई में वैश्विक सहयोग महत्वपूर्ण है। ब्रिटेन और भारत का वैश्विक चुनौतियों से निपटने में 'फोर्स फॉर गुड' के रूप में एक साथ काम करने का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है।
बता दें कि इससे पहले ब्राजील के राष्ट्रपति बोल्सोनारो, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कोरोना वायरस के फैलाव से लड़ने के लिए हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वाइन के निर्यात की अनुमति देने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया था। ट्रंप ने कहा, 'मैं लाखों दवाईयां खरीद ली हैं 29 मिलियन से ज्यादा खुराक खरीदी गई हैं। मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और अब भारत से कई खुराकों की आपूर्ति होगी। मैंने उनसे कहा कि क्या वह इसे रिलीज करेंगे? वह बहुत महान हैं और वास्तव में अच्छे हैं।' इसके बाद ट्रंप ने आगे कहा, 'उन्होंने इस दवा को इसलिए रोका था क्योंकि उन्हें भारत के लिए भी इसकी जरूरत थी। बता दें कि अमेरिका में कोरोना वायरस के कारण 10 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
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