पाकिस्तान से वापस लौट आए राजदूत अजय बिसारिया, वाजपेयी के समय से रहे हैं रिश्तों में उतार-चढ़ाव के गवाह
नई दिल्ली। पाकिस्तान में भारत के राजदूत अजय बिसारिया अपनी टीम के साथ रविवार को भारत वापस लौट आए हैं। पाकिस्तान ने पिछले दिनों जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 हटने और राज्य का विशेष दर्जा खत्म होने के बाद भारत से राजनयिक संबंध खत्म कर लिए हैं। इसके साथ ही पाक ने भारतीय उच्चायुक्त को हाई कमीशन छोड़ने के लिए कह दिया था। वहीं, भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त मोइन-उल-हक को भी दिल्ली आना था लेकिन अब वह जल्दी ऑफिस ज्वॉइन करेंगे, ऐसा लगता नहीं है।
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भी
पढ़ें-
पाकिस्तान
ने
अपनी
मीडिया
को
जारी
किया
फरमान,
15
अगस्त
को
अपना
लोगो
कर
लें
ब्लैक
कौन हैं बिसारिया
बिसारिया को मोदी सरकार ने एक नवंबर 2017 को पाकिस्तान का उच्चायुक्त नियुक्त किया था। 12 दिसंबर को बिसारिया ने पाकिस्तान में अपना जिम्मा संभाला था। 14 फरवरी को जब पुलवामा में आतंकी हमला हुआ था तो उस समय भी बिसारिया देश वापस लौट आए थे। उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने दिल्ली लौटने से पहले पाकिस्तान को महात्मा गांधी की याद दिलाई। बिसारिया ने दूतावास परिसर में 150 पौधे लगाए और हरे-भरे पर्यावरण का संदेश दिया। यह पौधे गांधी के 150वें जन्मदिवस के समारोह के तौर पर लगाए गए हैं। भारत इस वर्ष बापू के 150वें जन्मदिवस पर कई कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
वाजपेई के साथ किया काम
साल 1987के विदेश सेवा अधिकारी बिसारिया को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के साथ काम करने का अच्छा खासा अनुभव है। बिसारिया को साल 1999 में वाजपेयी ने अपना मुख्य सचिव नियुक्त किया था। बिसारिया, वाजपेयी सरकार का कार्यकाल खत्म होने यानी साल 2004 तक इस पद पर रहे। वह उस प्रतिनिधिमंडल में भी शामिल थे जो वाजपेयी के साथ इस्लामाबाद में आयोजित सार्क सम्मेलन के लिए गया था। बिसारिया ने साल 1999, 2001 और 2002 तक भारत-पाकिस्तान के रिश्तों को करीब से देखा है।
इमरान ने फैसले को बताया नाजी
पाक
पीएम
इमरान
ने
भारत
सरकार
के
फैसले
को
बिल्कुल
नाजी
फैसला
करार
दिया
है।
इमरान
ने
कहा
है
कि
जिस
तरह
से
आरएसएस
की
विचारधारा
से
प्रेरित
होकर
भारत
में
कश्मीरियों
पर
अत्याचार
हो
रहा
है,
क्या
दुनिया
इसे
ऐसे
ही
देखती
रहेगी
जैसे
उन्होंने
हिटलर
को
म्यूनिख
में
देखा
था।
भारत
ने
इमरान
के
इस
ट्वीट
का
कोई
जवाब
नहीं
दिया
है।
सरकार
के
सूत्रों
की
मानें
तो
इमरान
का
नया
ट्वीट
पाकिस्तान
की
निराशा
को
बताने
के
लिए
काफी
है।
चीन,रूस
और
अमेरिका
समेत
तमाम
बड़े
देशों
ने
पाकिस्तान
को
आर्टिकल
370
पर
किनारे
कर
दिया
है।