UN में एक बड़े पद के लिए चुनी गईं भारत की विदिशा मैत्रा, इमरान खान को दिया था करारा जवाब
नई दिल्ली। भारत की राजनयिक विदिशा मैत्रा को यूनाइटेड नेशंस (यूएन) की उस सलाहकार समिति ACABQ के लिए चुना गया है जो संगठन को प्रशासनिक और वित्तीय मामलों पर सलाह देने का काम करती है। यह चुनाव काफी कड़ा था मगर मैत्रा ने 126 यूएन सदस्यों का समर्थन हासिल कर लिया। विदिशा जिस पोस्ट के लिए चुनी गई हैं, वह एशिया पैसेफिक ग्रुप में अकेला पद है। 65 लोगों ने विदिशा के प्रतिद्वंदी को वोट डाला जो कि ईराक से था। यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति की तरफ से ट्विटर पर एक वीडियो क्लिप पोस्ट कर विदिशा की नियुक्ति के बारे में जानकारी दी गई है।
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कौन हैं विदिशा मैत्रा
सन् 1946 में जब से इस कमेटी का गठन हुआ है तब से ही भारत इसका सदस्य है। इस कमेटी को यूएन की सबसे प्रतिष्ठित कमेटी माना जाता है क्योंकि यह संगठन के वित्तीय और बजट से जुड़े मामलों को देखती है। विदिशा मैत्रा, भारत की वह पहली राजनयिक बनी थीं जिन्होंने पिछली बार संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का पूरा नाम लिया था। विदिशा ने राइट टू रिप्लाई के तहत इमरान खान का नाम इमरान खान नियाजी के तौर पर लिया। उन्होंने इमरान को याद दिलाया था कि उनके देश की असलियत क्या है। इमरान को इस तरह से संबोधित करने पर विदेश मंत्री एस जयशंकर समेत तमाम लोगों ने विदिशा की तारीफ की थी। लोगों की मानें तो यह एक बहुत बड़ा राजनयिक फैसला था जो न सिर्फ विदिशा बल्कि भारत की भी एक बोल्ड छवि को सामने लेकर आया है। यूएन में भारत की युवा डिप्लोमैट, विदेश सेवा यानी इंडियन फॉरेन सर्विस ऑफिसर हैं। साल 2008 में उन्होंने परीक्षा पास की और साल 2009 में उन्हें विदेश मंत्रालय में बेस्ट ट्रेनी ऑफिसर का अवॉर्ड भी हासिल किया था। विदिशा ने सिविल सर्विसेज परीक्षा में पूरे देश में 39वीं रैंक हासिल की थी। वह यूएन में भारत की फर्स्ट सेक्रेटरी रह चुकी हैं।