सीरियल ब्लास्ट के बाद श्रीलंका से लगी समुद्री सीमा पर हाई अलर्ट घोषित
नई दिल्ली। ईस्टर पर्व के दिन के श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया। इन बम धमाकों में 7 भारतीयों समेत 290 लोगों की मौत हो गई जबकि 500 से अधिक लोग घायल हो गए। इन हमलों के पीछे मुस्लिम कट्टरपंथी संगठन नेशनल तोहिथ जमात (Thawheed Jamaat) यानी कि एनटीजे का हाथ बताया जा रहा है। श्रीलंका के राष्ट्रपति ने सोमवार आधी रात से देश में आपातकाल की घोषणा कर दी है। इस हमले के बाद श्रीलंका से सटी समुद्री सीमा पर भारत ने चौकसी बढ़ा दी है।
भारतीय तटरक्षक बल हाई अलर्ट पर
सूत्रों के अनुसार, भारतीय तटरक्षक बल श्रीलंका के साथ लगी समुद्री सीमा पर हाई अलर्ट पर हैं। जहाज और समुद्री निगरानी विमान डोर्नियर तैनात किए गए हैं। श्रीलंका से भागने के लिए आत्मघाती हमलावरों द्वारा किसी भी प्रयास को रोकने के लिए समुद्री सीमा पर भारतीय तटरक्षक बल तैनात हैं। वहीं, श्रीलंका सरकार ने कहा है कि सीरियल ब्लास्ट के पीछे स्थानीय इस्लामिक ग्रुप का हाथ है।
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सीरियल ब्लास्ट में 290 लोगों की मौत
रविवार को हमलावर श्रीलंका के सिनामॉन ग्रांड होटल में था। यहां पर वह बहुत ही शांति और धैर्य के साथ बफे की लाइन में लगकर अपने नाश्ते का इंतजार कर रहा था। किसी को अंदाजा भी नहीं था कि कुछ ही सेकेंड्स के बाद वह सैंकड़ों लोगों की हत्या करने वाला है। हमले की एक रात पहले ही वह यहां पर पहुंचा था और इसका नाम मोहम्मद अजाम मोहम्मद दर्ज है। सिनेमॉन होटल के रेस्टोरेंट में हुए हमले के पीछे अजाम का हाथ था। सिनेमॉन होटल के ताप्रोबेन रेस्टोरेंट में भी एक ब्लास्ट हुआ था।
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ईस्टर पर्व के दिन चर्च में प्रार्थना कर रहे थे लोग
रविवार को (ईस्टर के दिन) श्रीलंका के चर्चों में प्रार्थना कर रहे लोगों को इस बात की बिल्कुल भनक नहीं लगी कि कुछ ही देर में वे बड़े हमले का शिकार होने वाले हैं। एक के बाद एक हुए धमाकों ने कोलंबो सहित पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया। इन धमाकों में सेंट एंथनी चर्च, कोलंबो, सेंट सेबेस्टियन चर्च, पश्चिम तटीय कस्बा नेगोंबो, सेंट माइकल चर्च, पूर्वी कस्बा बट्टीकलोआ चर्च को जबकि सांगरी ला, सिनामन ग्रैंड और किंग्सबरी होटल को निशाना बनाया गया।