27 फरवरी को LoC पर पाकिस्तान को जवाब देने के लिए तैयार थी सेना
नई दिल्ली। 26 फरवरी को बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद सेना 27 फरवरी को पाकिस्तान के दुस्साहस का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार थी। उप सेना-प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल देबराज अन्बू ने शुक्रवार एक अखबार को दिए इंटरव्यू में यह बात कही है। आपको बता दें कि 27 फरवरी को पाकिस्तान एयरफोर्स के जेट्स जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले के सुंदरबनी में दाखिल हो गए थे। बालाकोट एयरस्ट्राइक 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले का जवाब थी जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
पाकिस्तान को मिलता करारा जवाब
जनरल अन्बू ने इंटरव्यू में बताया कि सेना ने कुछ विकल्पों के बारे में सोचा और नियंत्रण रेखा (एलओसी) के दूसरी तरफ सीमित प्रतिक्रिया की तैयारी थी। 27 फरवरी को विंग कमांडर अभिनंदन ने पाकिस्तान फाइटर जेट के नौशेरा सेक्टर में ढेर कर दिया था। उनका जेट भी क्रैश हो गया था और वह पीओके में जा गिरे थे। इसके बाद उन्हें पाकिस्तान की सेना ने पकड़ लिया था। अन्बू ने इस पर कहा कि युद्ध में इस तरह की चीजें होती रहेंगी। सेना इस दौरान पूरी तरह से तैयार थी। जनरल अन्बू, उप सेना प्रमुख के पद पर आने से पहले नॉर्दन आर्मी कमांडर रह चुके हैं। उनका मानना है कि कश्मीर में स्थिति सामान्य होने में अभी समय लगेगा। जनरल अन्बू से पहले सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग के हवाले से सेना के सूत्रों की ओर से भी इस तरह के दावे किए जा चुके हैं।
जनरल रावत ने भी कही थी ऐसी बात
सूत्रों की ओर से बताया गया था कि एयरस्ट्राइक की प्लानिंग के समय ही इस बात की योजना भी बना ली गई थी कि अगर पाकिस्तान सेना ने किसी भी तरह का दुस्साहस दिखाने की कोशिश की तो फिर इंडियन आर्मी उसका जवाब देगी। इस बात का जिक्र खुद आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने किश था। जनरल रावत ने कहा था कि मुताबिक उन्होंने केंद्र सरकार को यह बात बता दी थी कि सेना पाकिस्तान की सीमा में घुसकर उन्हें जवाब देने के लिए तैयार है।बालाकोट के अगले दिन पाकिस्तान एयरफोर्स के जेट्स जम्मू कश्मीर के राजौरी के सुंदरबनी में दाखिल हुए थे। इन जेट्स का मकसद भारतीय सैन्य ठिकानो को निशाना बनाना था। लेकिन आईएएफ के जेट्स ने उनकी योजना को पूरी तरह से विफल कर दिया। सेना के एक ऑफिसर की तरफ से बताया गया, 'सरकार जब दूसरे विकल्पों को परख रही थी तो उसने आर्मी चीफ से सेना की तैयारियों के बारे में पूछा था। आर्मी चीफ ने सरकार को इस बात की जानकारी दी थी कि हम किसी भी तरह के दुस्साहस से निबटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।'