आतंकी संगठन TRF को लेकर सेना की दो टूक, किसी भी हरकत का देंगे मुंहतोड़ जवाब
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन नहीं मिलने के बाद पाकिस्तान अब कश्मीर घाटी में आतंकवाद को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है। इस बीच द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) नाम का एक आतंकी संगठन सामने आया है, जो घाटी में कई आतंकी घटनाओं को अंजाम दे चुका है। अब सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने ने इस आतंकी ग्रुप पर कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
द रेजिस्टेंस फ्रंट पर सेना प्रमुख ने कहा कि मैं इसे टेरर रिवाइवल फ्रंट कहूंगा। यह एक अन्य नाम से एक और आतंकवादी संगठन है। जिसको सीमा पार से समर्थन मिल रहा है। भारतीय सेना इससे भी सख्ती से निपटेगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को कश्मीर पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई समर्थन नहीं मिला। ऐसे में उन्हें उम्मीद थी कि पाकिस्तान कश्मीर पर ध्यान आकर्षित करने के लिए अतिरिक्त आतंकी गतिविधियां करेगा। भारतीय सेना हर घटना से निपटने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि हमारे पास मजबूत घुसपैठ और आतंकवाद रोधी ग्रिड है। सेना प्रमुख ने पीएम मोदी के आत्मनिर्भर वाले बयान का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हम हमेशा से आत्मनिर्भर बनने की दिशा में काम करते रहे हैं। मौजूदा वक्त में 70 से 80 फीसदी ऑर्डर भारतीय फर्म को दिए जा रहे हैं। भारतीय सेना भविष्य में भी ऐसा करती रहेगी।
क्या दिल्ली में जम्मू-कश्मीर के छात्रों से खुद की बसों की व्यवस्था करने के लिए कहा गया हैं? जानें सच
2019
में
हुआ
था
TRF
का
गठन
आपको
बता
दें
कि
TRF
का
गठन
पिछले
साल
उस
वक्त
हुआ
था,
जब
केंद्र
सरकार
ने
जम्मू-कश्मीर
से
अनुछेद
370
खत्म
किया
था।
इसके
बाद
से
कश्मीर
घाटी
में
कई
हमलों
की
जिम्मेदारी
TRF
ने
ली।
मीडिया
रिपोर्ट्स
के
मुताबिक
पाकिस्तान
को
फाइनेंशियल
एक्शन
टास्क
फोर्स
की
कार्रवाई
से
बचाने
के
लिए
TRF
का
गठन
किया
गया
है।
फिलहाल
इस
फ्रंट
का
पूरा
रिमोट
कंट्रोल
लश्कर
के
कमांडरों
के
हाथ
में
है।