लद्दाख में LAC पर अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की खबरों से सेना ने किया इनकार
नई दिल्ली। एक हफ्ते पहले लद्दाख के लेह में पैगोंग झील के करीब लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के करीब भारतीय सेना और चीनी की सेना के जवान आमन-सामने थे। सेना ने अब उन तमाम खबरों से इनकार कर दिया है जिसमें कहा गया था कि एलएसी पर दोनों तरफ सैनिकों का भारी जमावड़ा है। पांच और छह मई को पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर जिसे फिंगर 5 के नाम से जानते हैं, वहां पर सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। चीन के मिलिट्री हेलीकॉप्टर्स को भी इस इलाके में देखे जाने के बाद इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) की तरफ से सुखोई फाइटर जेट्स को रवाना किया गया था।
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पिछले दिनों हुई थी चीनी जवानों से झड़प
पैंगोंग झील के करीब हालात अभी भी तनावपूर्ण बने हुए हैं। कहा जा रहा है कि यहां पर पिछले दो माह से हालात काफी मुश्किल बने हुए हैं। जिस जगह पर चीनी सेना के साथ झड़प की खबर है, ऐसा कहा गया था कि सेना की तरफ से किसी भी आपातकालीन स्थिति से निबटने के लिए अतिरिक्त बलो को भी अलर्ट पर रखा गया है। लेकिन इंग्लिश अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने सेना के प्रवक्ता के हवाले से लिखा है कि पैंगोंग पर अक्सर ही चीनी जवानों के साथ झड़प होती रहती है मगर इस इलाके में सेना के अतिरिक्त बलों की कोई तैनाती नहीं की गई है। ऐसी खबरें थीं कि चीन ने अप्रैल माह के अंत में यहां पर अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा दी थी। एलएसी, पैंगोंग झील से होकर गुजरती है और झील का 45 किलोमीटर का पश्चिमी इलाका भारत के नियंत्रण में आता है और बाकी चीनी सीमा में हैं। जो हिस्सा चीन के नियंत्रण में है चूशुल के रास्ते में पड़ता है और चूशुल भारतीय सीमा में आता है।
चीनी हेलीकॉप्टर नहीं लांघी थी LAC
ऐसी खबरें आ रही थीं कि लद्दाख में आईएएफ के फाइटर जेट्स लगातार उड़ान भर रहे हैं। साथ ही एलएसी के दोनों तरफ सैनिकों का भारी जमावड़ा है। मंगलवार को सूत्रों की ओर से बताया गया था आईएएफ ने दो सुखोई फाइटर जेट्स को एलएसी की तरफ से रवाना किया था। यहां पर चीनी मिलिट्री हेलीकॉप्टर्स नजर आने के बाद आईएएफ ने जेट्स रवाना किए थे। सूत्रों की ओर से बताया गया है कि जेट्स को चीनी हेलीकॉप्टर्स के खतरे की वजह से रवाना नहीं किया गया था। चीनी हेलीकॉप्टर्स एलएसी के करीब थे मगर उन्होंने सीमा नहीं लांघी थी।