पूर्वी लद्दाख में शहीद उत्तराखंड के 24 साल के देव बहादुर, गोरखा रेजीमेंट के साथ थे तैनात
देहरादून। पूर्वी लद्दाख से उत्तराखंड के लिए रविवार रात एक बुरी खबर आई। यहां पर सेना के जवान करन देव उर्फ देव बहादुर सिंह, चीन बॉर्डर पर शहीद हो गए हैं। राइफलमैन देव बहादुर की उम्र बस 24 साल थी और उनका पैर अचानक ही बारूदी सुरंग पर पड़ गया था। आपको बता दें कि इस समय पूर्वी लद्दाख में ही लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर भारत और चीन के बीच टकराव जारी है। राइफलमैन देव बहादुर उत्तराखंड के किच्छा के रहने वाले थे।
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साल 2016 में हुए थे सेना में शामिल
24 साल के राइफलमैन साल 2016 में सेना में शामिल हुए थे। वर्तमान समय में वह 6/1 गोरखा राइफल्स के साथ थे। रविवार रात गश्त के दौरान उनका पैर बारूदी सुरंग पर पड़ गया और उनका निधन हो गया। वह उत्तराखंड के उधमसिंह नगर के तहत आने वाले किच्छा के गौरी कलां गांव के रहने वाले थे। उनके परिवार को रात 11 बजे बेटे के शहीद होने की खबर दी गई है। करन देव के बड़े भाई किशन बहादुर भी सेना में है और इस समय ग्वालियर में तैनात हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उनकी शहादत पर उन्हें नमन किया है और उनके परिवार वालों के लिए प्रार्थना की है। अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि अपना फर्ज निभाते हुए शहीद हुए गोरखा रेजीमेंट के 24 वर्षीय जवान के परिजनों के साथ सरकार हमेशा खड़ी रहेगी। शहीद देव बहादुर के परिवार में तीन भाई और एक बहन हैं और वह दूसरे नंबर पर थे।