LoC पर तैनात पाकिस्तान के 2000 सैनिक , इंडियन आर्मी हाई अलर्ट पर
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नई दिल्ली। पिछले माह भारत सरकार की ओर से जम्मू कश्मीर में लागू संविधान की धारा 370 को हटाने का फैसला किया गया था। फैसले को एक माह हो चुके हैं लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच अभी तक तनाव बरकरार है। कश्मीर मुद्दे पर जारी तनाव के चलते पाक ने एक ब्रिगेड के बराबर सेना की टुकड़ी को लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पर तैनात करने को रेडी है। सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक पीओके में बाग और कोटली सेक्टर की तरफ रवाना कर दिया है। इस नई जानकारी के बाद अब सेना,हाई अलर्ट पर है।
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30 किलोमीटर तक मौजूद पाक सैनिक
सेना से जुड़े सूत्रों की ओर से बताया गया है कि पाकिस्तान सेना ने अपनी पीस लोकेशंस से सैनिकों को एलओसी पर तैनात करने की तैयारी कर ली है। पाक सैनिक अब एलओसी के 30 किलोमीटर तक मौजूद हैं। सूत्रों की ओर से बताया गया है, 'वर्तमान समय में अभी तक पाक सैनिकों को आक्रामक तरीके से तैनात नहीं किया गया है। लेकिन भारतीय सेना इस पर करीब से नजर रख रही है। एलओसी पर पाक सेना के हर मूवमेंट पर करीब से नजर रखी जा रही है।'
एक ब्रिगेड के बराबर सैनिक
सूत्रों ने यह भी बताया है कि पाकिस्तानी आर्मी की तरफ से तैनाती ऐसे समय में की जा रही है जब लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों ने अअफगानिस्तान और स्थानीय लोगों की भर्ती बड़े स्तर पर करनी शुरू कर दी है। पाकिस्तान आर्मी की तरफ से ब्रिगेड के बराबर सैनिकों की टुकड़ी को एलओसी पर तैनात किया जा रहा है। सैनिकों की संख्या 2,000 से भी ज्यादा हो सकती है। पाकिस्तान पहले ही घाटी में आतंकियों की घुसपैठ कर, आतंकवाद को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है।
100 SSG कमांडोज भी LoC पर
आर्टिकल 370 हटने के बाद पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित करने की कोशिशों में लगा हुआ है। पाकिस्तान तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की मांग मामले पर करता आ रहा है। जब से आर्टिकल 370 को हटाया गया है तब से ही पाक की तरफ से 100 से ज्यादा एसएससी कमांडोज को एलओसी पर तैनात कर दिया गया है। इन कमांडोज को आतंकियों को घाटी में दाखिल कराना और राज्य में हिंसा को बढ़ावा देना है। पिछले कुछ दिनों से एलओसी पर जारी गोलीबारी के बीच इंडियन आमी ने 10 एसएसजी कमांडोज को भी ढेर किया है। पाक ने गुजरात से लगी सर क्रीक सीमा पर भी कमांडोज को तैनात कर दिया है।
अफगानिस्तान से आतंकियों की भर्ती में तेजी
एजेंसियों की ओर से बताया गया है कि पाकिस्तान की एजेंसियों ने अफगान नागरिकों की भर्ती के काम को तेज कर दिया है। अफगान नागरिकों की भर्ती कश्मीरी आतंकियों और कमांडर्स को हटाने के लिए की जा रही है। इंडियन आर्मी आतंकी कमांडर्स की गतिविधियों पर नजर रख रही है। सेना सूत्रों की मानें तो लश्कर और जैश दोनों ने ही आतंकियों की भर्ती और उनकी ट्रेनिंग को फिर से शुरू कर दिया है। एफएटीएफ की ब्लैकलिस्टिंग के खतरे की वजह से आतंकियों की ट्रेनिंग कुछ समय के लिए रोक दी गई थी।