जम्मू के सुंदरबनी में पाकिस्तान की तरफ से स्नाइपर हमले में सेना का जवान शहीद
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के सुंदरबनी सेक्टर में पाकिस्तान ने फिर से युद्धविराम तोड़ा है। शनिवार को पाकिस्तान की तरफ से हुए स्नाइपर हमले में सेना का एक जवान शहीद हो गया है। सेना की ओर इस घटना की आधिकारिक पुष्टि की गई है। आपको बता दें कि शनिवार को ही साउथ कश्मीर के पुलवामा में सेना और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो आतंकियों को ढेर किया गया है।
शुक्रवार को भी हुआ था स्नाइपर अटैक
सुंदरबनी में हुई घटना के बारे में सेना के एक अधिकारी की ओर से बताया गया। इस अधिकारी ने बताया, 'सुंदरबनी सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से युद्धविराम तोड़ा गया था। सुबह करीब 9:45 मिनट पर पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग हुई और इस फायरिंग में एक स्नाइपर की ओर से हुए हमले में जवान को गोली लग गई। कुछ देर बाद इस जवान की मौत हो गई।' अभी तक शहीद जवान के बारे में किसी भी तरह की जानकारी सेना की ओर से नहीं गई है। शुक्रवार को भी पाकिस्तान की ओर से हुए एक स्नाइपर हमले में आर्मी पोर्टर जिसकी पहचान दीपक कुमार के तौर पर हुई है, उसकी मौत हो गई थी। यह घटना जम्मू के अखनूर सेक्टर में हुई थी।
जैश की स्नाइपर स्क्वायड एक्टिव
सितंबर माह में जम्मू के सांबा जिले में हुए इसी तरह के स्नाइपर हमले में बीएसएफ के एक जवान की मौत हो गई थी। जम्मू कश्मीर में न सिर्फ पाकिस्तान की तरफ से बल्कि घाटी में भी जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों की ओर से स्नाइपर हमलों को अंजाम दिया जा रहा है। पिछले दिनों सेना ने एक एनकाउंटर में जैश सरगना मौलाना मसूद अजहर के भांजे को मारा गिराया था। मसूद का भांजा घाटी में एक स्नाइपर स्क्वायड को लीड कर रहा था।
सितंबर से सेना के जवानों पर स्नाइपर अटैक
सितंबर माह के मध्य से तीन सुरक्षाकर्मी एक ही तरह के पैटर्न में हुए हमलों का शिकार बने और शहीद हो गए थे। अधिकारियों ने आतंकियों की इस बदली हुई रणनीति को फेल करने के लिए नए कदम उठाए। सुरक्षाबलों ने जब हमलों की पड़ताल की तो उन्हें मालूम चला कि तीनों ही जवानों को एक ही तरह की रणनीति से मारा गया था और एक ही तरह के हमलों में यह शहीद हुए थे। घाटी में 18 सितंबर को पहला स्नाइपर अटैक रिकॉर्ड हुई था।