सेना प्रमुख जनरल नरवाणे ने कहा, CDS का पद भविष्य के लिए एक बड़ा कदम
नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाणे ने शनिवार को कहा है कि हाल ही में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) की जो नई पोस्ट तैयार की गई, वह तीनों सेनाओं को साथ लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। जनरल नरवाणे ने 31 दिसंबर 2019 को देश के 28वें सेना प्रमुख के तौर पर अपना पद संभाला है।
क्या है CDS का मकसद
जनरल नरवाणे सेना दिवस से पहले एक मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित कर रहे थे। यहीं पर उन्होंने यही बात कही। ब्रीफिंग में उन्होंने कहा, 'चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के पद का निर्माण और मिलिट्री अफेयर्स विभाग का आना एक बड़ा कदम है और हम इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि ये दोनों ही सफलता हासिल करें।' जनरल बिपिन रावत देश के पहले सीडीएस हैं और एक जनवरी को उन्होंने अपना पद संभाला है। 30 दिसंबर को सरकार की तरफ से मिलिट्री अफेयर्स विभाग का गठन किया गया था। इस विभाग को तैयार करने का मकसद सेना, नौसेना और वायुसेना के बीच आपसी सामंजस्य कायम करके देश की सैन्य शक्ति में इजाफा करना है।
सियाचिन, भारत के लिए बहुत ही अहम
सेना प्रमुख ने इस दौरान चीन की तरफ से मिलिट्री ढांचे में हो रहे इजाफे की तरफ भी इशारा किया गया। उन्होंने कहा कि सेना, नॉर्दन बॉर्डर की तरफ से आने वाली किसी भी चुनौती से निबटने को पूरी तरह से तैयार है। जनरल नरवाणे ने कहा कि उत्तरी सीमा पर तैयारियों में संतुलन कायम करने की शुरुआत सेना की तरफ से हो चुकी है जिसमें एडवांस्ड वेपेन सिस्टम को भी बॉर्डर की तरफ से ले जाना शामिल है। जनरल नरवाणे ने दस दौरान सियाचिन का जिक्र भी किया। सेना प्रमुख ने कहा कि सियाचिन, भारत के लिए बहुत ही महत्पवूर्ण है जहां से पश्चिमी और उत्तरी मोर्चों पर नजर रखी जा सकती है। यह रणनीतिक तौर पर भारत के लिए काफी अहमियत रखता है।