'अटल सरकार में सेना ने की थी सर्जिकल स्ट्राइक, 15 पाकिस्तानी सैनिकों की हुई थी मौत'
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके अरुण शौरी ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर नया खुलासा किया है। शौरी के मुताबिक मोदी सरकार से पहले भी एनडीए-1 के शासनकाल में सर्जिकल स्ट्राइक की जा चुकी है। शौरी ने कहा कि वाजपेयी सरकार में जो सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी वो मोदी सरकार से कहीं बड़ी थी।
शौरी ने खोले कई बड़े राज
द प्रिंट के ऑफ द कट इवेंट पर अरुण शौरी ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर कई बड़े राज खोले। उन्होंने कहा कि वाजपेयी सरकार में हुई सर्जिकल स्ट्राइक के में भारतीय सेना ने 10-15 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे।
परवेज मुशर्रफ ने करवाया था भारतीय सेना पर हमला
शौरी ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक से 10 दिन पहले पाकिस्तानी जनरल परवेज मुशर्रफ ने भारतीय सेना पर हमला करवाया था। उसके बाद वाजपेयी सरकार ने सेना नेतृत्वों के साथ मीटिंग की थी और सर्जिकल स्ट्राइक करवाया था।
दुश्मन खेमे में 14 किमी तक घुस गई थी सेना
इवेंट में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने कहा, ‘मैं आपको निजी अनुभव के आधार पर सर्जिकल स्ट्राइक से जुड़ी कुछ बातें बताऊंगा इस वक्त हमारी सरकार कहती है कि सर्जिकल स्ट्राइक में सेना दो किलोमीटर तक दुश्मन के खेमे में चली गई थी। लेकिन अटल जी की सरकार में इससे अलग हुआ था। तब हमारी सेना 14 किलोमीटर दुश्मन के खेमे में घुसकर दहाड़ी थी।'
शवों को लेकर आई थी सेना
सूत्रों के अनुसार शौरी ने ये बात प्रिंट के संपादक शेखर गुप्ता से बातचीत के दौरान कही। अरुण शौरी ने आगे बताया कि तब हमारी सेना शवों को भी उठाकर ले आई थी। कई अहम दस्तावेज भी हमारे हाथ लगे। सेना ने तब वहां मौजूद हर पाकिस्तानी सैनिक को मौत के घाट उतार दिया था। करीब 10-15 पाकिस्तान सैनिकों को हमारी सेना ने खत्म किया। जिसमें सरकार के कहने पर सात शवों को भारत लाया गया।