तीन सेनाओं की कमान संभाल रहे तीन दोस्त जब एक साथ देखने पहुंचे 100 करोड़ी फिल्म "तान्हाजी"
नई दिल्ली। अजय देवगन की फिल्म 'तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर' इस समय सिनेमाघरों में धूम मचा रही है। यह साल 2020 की पहली फिल्म है जो 100 करोड़ के क्लब में पहुंची है। फिल्म की सफलता और लगातार हो रही इसकी तारीफ ने तीनों सेनाओं के अध्यक्षों को भी इसे देखने पर मजबूर कर दिया। नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) में एक साथ पढ़ाई कर चुके और अब एक साथ सेनाओं का नेतृत्व कर रहे जनरल मनोज मुकुंद नरवाणे, एयरचीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और एडमिरल करमबीर सिंह ने रविवार को एक साथ अजय की फिल्म 'तान्हाजी' का लुत्फ उठाया।
अजय ने बताया गौरवशाली पल
इंडियन आर्मी, एयरफोर्स और नेवी के मुखिया को फिल्म के बाद थियेटर के बाद क्लिक किया गया। तीनों की एक खास फोटोग्राफ लेखक हरिंदर सिक्का ने अपने ट्टिवर हैंडल पर शेयर की है। हरिंदर, 'कॉलिंग सहमत' बेस्टसेलर के ऑथर हैं और उनकी इसी किताब पर 'राजी' फिल्म बनाई गई थी। हरिंदर की इस ट्वीट का जवाब भी अजय ने दिया। अजय देवगन ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'तीनों सेना प्रमुखों के साथ शाम बिताकर खुद को काफी गौरान्वित महसूस कर रहा हूं। तान्हाजी को इतना प्यार देने के लिए आप सभी का शुक्रिया।'
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200 करोड़ तक कमाने का अनुमान
तान्हाजी बॉक्स ऑफिस नए रिकॉर्ड बना रही है और 10 दिन के बाद फिल्म ने 150 करोड़ रुपए कमा लिए हैं। विशेषज्ञों की मानें तो फिल्म 200 करोड़ तक का बिजनेस कर सकती है। सेना प्रमुखों जब एक साथ फिल्म देखने के लिए पहुंचे तो हर किसी को पिछले वर्ष का वह मंजर याद आ गया जब रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, 'उरी-द सर्जिकल स्ट्राइक' देखने पहुंची थी। इसके बाद उन्होंने एक वीडियो भी अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया था। इस वीडियो में उन्हें फिल्म के आइकॉनिक डायलॉग, 'हाउस द जोश' कहते हुए सुना जा सकता था।
पहली बार एक कोर्स के तीन चीफ
देश के इतिहास में यह पहला मौका है जब एनडीए के एक ही कोर्स के तीन ऑफिसर आज सेना का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। लेफ्टिनेंट जनरल नरवाणे, एडमिरल सिंह और चीफ एयरमार्शल भदौरिया तीनों ही एनडीए के कोर्समेट्स रहे हैं। तीनों एनडीए के 56वें कोर्स के पासआउट हैं। भदौरिया ने इस वर्ष 30 सितंबर को धनोआ की जगह ली थी तो वहीं एडमिरल सिंह ने 31 मई को पूर्व नेवी चीफ सुनील लांबा की जगह जिम्मा संभाला था। साल 2007 से 2009 तक एयरफोर्स चीफ रहे फली होमी मेजर कहते हैं कि यह अपने आप में एक खास बात है।
40 सालों से एक-दूसरे को जानते हैं तीनों सेना प्रमुख
पूर्व आईएएफ चीफ की मानें तो तीनों प्रमुख न सिर्फ एयरफोर्स फैमिली से आते हैं बलिक तीनों ने एक ही साथ एकेडमी में पढ़ाई की है। ऐसे में उनके बीच एक असाधारण रिलेशनशिप देखने को मिलेगी।उन्होंने कहा कि जब आप किसी को पिछले 40 सालों से जानते हो और आपकी उम्र 16 साल रही हो जब आपकी दोस्ती हुई थी तो यह अपने आप में एक खास बात होती है। एक और पूर्व वायुसेना प्रमुख अरुप राहा ने कहा कि कई ऐसे प्रमुख सेनाओं को मिले हैं जिनके पास मिलिट्री बैकग्राउंड था। मगर यह शायद पहली बार है कि जब एक ही कोर्स से पासआउट ऑफिसर्स सेनाओं को एक ही साथ लीड कर रहे हैं।