सुखोई-30 ने दागी ब्रह्मोस मिसाइल, IAF की एयर अटैक क्षमता हुई दोगुनी
नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना (Indian Air Force, IAF) ने बुधवार को अपने एडवांस्ड फाइटर जेट, सुखोई-30 एमकेआई (SU-30MKI) से ब्रह्मोस मिसाइल के एयर वर्जन का सफल परीक्षण किया। यह टेस्ट कहां पर किया गया है और कितने बजे किया गया, इस बात की कोई भी जानकारी आईएएफ की ओर से नहीं दी गई है। जून 2016 में आईएएफ ने सुखोई में ब्रह्मोस मिसाइल को फिट किया था। इसे उस समय टेस्ट किया गया था और वह टेस्ट भी सफल साबित हुआ था।
पहली बार सुखोई में फिट की गई थी ब्रह्मोस
इंडियन एयरफोर्स की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि आईएएफ ने सफलतापूर्वक ब्रह्मोस मिसाइल के एयर वर्जन को अपने फ्रंटलाइन फाइटर जेट से फायर किया है। मिसाइल का लॉन्च पूरी तरह से ठीक रहा और मिसाइल ने अपने लक्ष्य को सफलतापूर्वक भेदा। आईएएफ की मानें तो ब्रह्मोस मिसाइल के इस सफल टेस्ट के बाद वायुसेना की हर मौसम में समंदर और जमीन कहीं पर भी मौजूद लक्ष्य को भेदने की क्षमता में कई गुना इजाफा हो गया है। ब्रह्मोस ने सुखोई की क्षमता में और ज्यादा इजाफा किया है। जून 2016 में जब सुखोई में ब्रह्मोस मिसाइल को फिट किया गया था तो एयरफोर्स की हवाई हमला करने की क्षमता दोगुनी बढ़ गई थी। ब्र्ह्मोस 290 किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती है। उस समय सुखोई में फिट होने के बाद ब्रह्मोस एयरोस्पेस के सीईओ और एमडी ने कहा था कि दुनिया में यह पहली बार है जब 2500 किलोग्राम की मिसाइल को किसी फाइटर जेट के साथ फिट किया गया। आईएएफ सुखोई की पूरी एक स्क्वाड्रन को ब्रह्मोस से लैस करने की योजना बना रही है।
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