सिक्किम में चीन से सिर्फ 60 किलोमीटर दूर पहली बार इंडियन एयरफोर्स के एयरक्राफ्ट की लैंडिंग
गंगटोक। इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) के ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट एएन-32 ने बुधवार को सिक्किम के पाक्योंग एयरबेस पर सफल लैंडिंग की। पाक्योंग एयरबेस देश के सबसे ऊंचे एयरबेस में से एक है। इस ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट की लैंडिंग इसलिए भी सबसे अहम है क्योंकि चीन की सीमा से बस 60 किलोमीटर दूर इस एयरक्राफ्ट की लैंडिंग की गई है। आईएएफ के एक सीनियर ऑफिसर की ओर से बताया गया है कि यह एएन-32 कैटेगरी के एयरक्राफ्ट की पहली लैंडिंग है।
पिछले वर्ष हुआ था एयरपोर्ट का उद्घाटन
विंग कमांडर एसके सिंह क्रू को लीड कर रहे थे। पाक्योंग समुद्र तल से 4,500 फुट की ऊंचाई पर है। पिछले वर्ष सितंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया था। इंडियन एयरफोर्स के एक डोर्नियर एयरक्राफ्ट ने भी पिछले वर्ष यहां पर लैंडिंग की थी। ऑफिसर्स की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक 14 जनवरी को आईएएफ का सी-130 जे एयरक्राफ्ट ने पहली बार अरुणाचल प्रदेश के तेजू में लैंडिंग की थी। उन्होंने बताया कि लैंडिंग दिन और रात दोनों समय की गई। इसका मकसद क्षेत्र में सैनिकों और सामग्री की गतिशीलता को बढ़ाना है। भारत और चीन के बीच साल 2017 में डोकलाम में विवाद हुआ था। इसके बाद से ही भारत, चीन के साथ लगी करीब चार हजार किलोमीटर की सीमा पर मौजूद इंफ्रास्ट्रक्चर का तेजी से विकास करने में लगा है।
डोकलाम में चीन फिर बना रहा सड़क
एयरक्राफ्ट के लैंड करने की खबरें ऐसे समय में आ रही है जब डोकलाम में चीन की ओर से रोड निर्माण करने की खबरें आई हैं। भारत और चीन के बीच साल 2017 में डोकलाम विवाद करीब 73 दिन चला था। भारत और चीन के बीच एक बार फिर से डोकलाम की वजह से तनाव की स्थिति आ सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) ने डोकलाम में ऑल वेदर रोड का निर्माण लगभग पूरा कर दिया है। इंटेलीजेंस सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी की मानें तो चीनी सेना 12 किलोमीटर लंबे मेरुग-ला डोकलाम, इस नाम की सड़क का निर्माण कार्य पूरा करने के करीब है।