वायुसेना की पहली महिला अधिकारी विजयलक्ष्मी रमानन का निधन, 96 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस
नई दिल्ली। कोरोना वायरस काल में देश की एक और बड़ी हस्ती ने दुनिया को अलविदा कह दिया। रविवार को भारतीय वायु सेना की पहली महिला अधिकारी विंग कमांडर डॉ. विजयलक्ष्मी रमानन (सेवानिवृत्त) वीएसएम का रविवार रात को निधन हो गया है। भारतीय वायु सेना की पूर्व अधिकारी ने 96 वर्ष की उम्र में अपनी बेटी के घर देर रात 8.50 बजे अंतिम सांस ली। बता दें कि डॉ. विजयलक्ष्मी साल 1955 को वायुसेना में बतौर अधिकारी कमिशन हुई थीं। विजयलक्ष्मी रमानन के निधन की जानकारी उनके दामाद एसएलवी नारायण ने दी।

एसएलवी नारायण ने बताया कि विशिष्ट सेवा पदक (वीएसएम) से सम्मानित डॉ. विजयलक्ष्मी रमानन का उम्र संबंधी बीमारी के चलते रविवार देर रात निधन हो गया। उनका जन्म फरवरी 1924 में हुआ था, उन्हें 22 अगस्त 1955 को सेना की मेडिकल कोर में शामिल किया गया था, उसी दिन उन्हें वायुसेना में स्थानांतरित कर दिया गया था। मिली जानकारी के मुताबिक विजयलक्ष्मी रमानन ने वायुसेना के विभिन्न अस्पतालों में स्त्री रोग विशेषज्ञ के रूप में काम किया।
फरवरी, 1979 में हो गई थीं रिटायर
डॉ. विजयलक्ष्मी रमानन ने युद्ध दौरान भी कई घायल सैनिकों का इलाज किया और प्रशासनिक दायित्वों को भी अंजाम दिया। अगस्त 1972 में उन्हें विंग कमांडर की रैंक से सम्मानित किया गया, उसके पांच साल बाद उन्हें विशिष्ट सेवा पदक मिला था। फरवरी, 1979 में वायुसेना की पहली महिला अधिकारी डॉ. विजयलक्ष्मी रमानन अपने पद से सेवानिवृत्त हो गईं। बता दें कि विजयलक्ष्मी के दिवंगत पति के वी रमानन भी भारतीय वायुसेना के अधिकारी थे, उनके परिवार में एक बेटा और एक बेटी हैं। वायुसेना में अधिकारी होने से पहले विजयलक्ष्मी रमानन ने बहुत ही कम उम्र में आकाशवाणी कलाकार के रूप में भी काम किया, उन्होंने कर्नाटक संगीत में भी शिक्षा ग्रहण की थी।