#IronFist2016 तेजस की परफॉर्मेंस और कंफ्यूज इंडियन एयरफोर्स
पोखरण। भारत में निर्मित लाइट कॉम्बेट जेट तेजस के हिस्से पोखरण में आयरन फिस्ट 2016 के दौरान एक असफलता आई है। इस फाइटर जेट से लांच किए गए लेजर गाइडेड बम (एलजीबी) अपने लक्ष्य पर निशाना लगाने से चूक गया।
शुक्रवार को कहा सफल रहा तेजस
इसके बाद इंडियन एयरफोर्स (आइएएफ) की ओर से बयान दिया गया कि इसे तेजस की असफलता नहीं मानना चाहिए। वहीं दूसरी ओर सोमवार को आइएएफ की ओर से इस असफलता को लेकर जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
शुक्रवार को पोखरण में शुरू हुए आयरन फिस्ट 2016 में आईएएफ ने उसके पास मौजूद हथियारों और जेट्स की मदद से अपनी ताकत का एक नमूना पेश किया था।
उस दिन खबरें आई थीं कि तेजस ने सफलता पूर्वक अपने लक्ष्य पर निशाना साध लिया है। वहीं आईएएफ का एक और फाइटर जेट मिराज भी खराब मौसम की वजह से अपने लक्ष्य को भेदने से असफल रह गया।
तेजस से जुड़े 10 खास तथ्य
पायलट की गलती या फिर तेजस की गड़बड़ी
तेजस की असफलता पर आईएएफ के एक ऑफिसर की ओर से कहा गया है कि तेजस से जिस एलजीबी को लांच किया गया वह अपने निशाने चूक गया था।
अब इस बात का पता लगाने की कोशिशें हो रही हैं कि क्या इसमें पायलट की कोई गलती थी या फिर जेट में ही कोई टेक्निकल फॉल्ट था।
हालांकि इस ऑफिसर ने इसे असफलता मानने से साफ इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रक्षेपास्त्रों का लक्ष्य को भेद देना बहुत नियमित है। प्रक्षेपास्त्रों की लक्ष्यों को भेदने की सटीकता अलग होती है और सामान्य तौर पर यह 90-93प्रतिशत होती है।
आयरन फिस्ट 2016 की कुछ खास तस्वीरें
क्या कहा आईएएफ ने
इस आफिसर के मुताबिक तेजस से लांच किया गया बम यह लक्ष्य के बहुत निकट था। मौसम अनुकूल नहीं था और मिसाइल को प्रक्षेपित किये जाने से कुछ सेकंड पहले पायलट ने लक्ष्य नहीं देखा था।
ऑफिसर के मुताबिक हम कोई भी कमी नहीं रहने देना चाहते थे क्योंकि वहां वीवीआईपी थे। इसलिए हमने पायलट से प्रक्षेपण नहीं करने को कहा।