Air Force Day: वायुसेना प्रमुख बोले-युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार, हमसे जीत नहीं सकता चीन
नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना (आईएएफ) 8 अक्टूबर को अपना 88वां दिवस मनाएगी। इस बार वायुसेना दिवस ऐसे मौके पर आयोजित हो रहा है जब पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ टकराव पांच माह से जारी है। सोमवार को वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया हर वर्ष वायुसेना दिवस से पहले आयोजित होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे। उन्होंने इस मौके पर चीन को संदेश देते हुए कहा है कि वायुसेना किसी भी प्रकार के संभावित युद्ध के पूरी तरह से तैयार है। वायुसेना प्रमुख ने हालांकि चीन का नाम नहीं लिया।
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हर स्थिति के लिए रेडी IAF
वायुसेना प्रमुख चीफ एयर मार्शल ने कहा कि सेना पाकिस्तान और चीन, दोनों की तरफ से किसी भी प्रकार के संघर्ष या युद्ध की स्थिति से निबटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि वायुसेना की स्थिति बहुत ही महत्वूपर्ण है। किसी भी भावी संघर्ष में जीत सुनिश्चित करने के लिए वायुसेना ही हर कसौटी पर खरी उतरेगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि आईएएफ इतनी क्षमतावान है कि वह दुश्मन के अड्डों पर अंदर तक जाकर हमला कर सकती है। उन्होंने राफेल की जिक्र भी किया और कहा कि राफेल के आईएएफ में शामिल होने पर वायुसेना पहले हमला करने में पूरी तरह से सक्षम हो चुकी है। राफेल फाइटर जेट इस समय पूर्वी लद्दाख में उड़ान भर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'राफेल के शामिल होने से आईएएफ को मौका मिल गया है कि वह आगे बढ़कर पहले और बहुत अंदर तक हमला कर सके।'
पूर्वी लद्दाख में पूरी तरह से रेडी वायुसेना
एयर चीफ मार्शल, आरकेएस भदौरिया ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर जारी टकराव में भारत, चीन की तरफ से पैदा किसी भी खतरे का सामना करने के लिए रेडी है। उनका कहना था कि इस बात का तो कोई सवाल ही नहीं उठता है कि पड़ोसी देश चीन संघर्ष की स्थिति में भारत को मात दे सकता है। उन्होंने यह बात स्वीकारी कि चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) की ताकत ज्यादा है जिसमें जमीन से हवा में हमला करने वाले एयर सिस्टम भी शामिल हैं। इसके अलावा हवा से लंबी दूरी तक हमला करने में सक्षम हथियार और चेंगदू जे-20 जेट को तैनात किया है। चेंगदू एक पांचवीं पीढ़ी का फाइटर जेट है जिसमें एडवांस्ड सेंसर्स और हथियारों को फिट किया गया है। लेकिन इंजन टेक्नोलॉजी के लिहाज से यह बहुत पीछे है।
चीन ताकतवर, लेकिन IAF की स्थिति बेहतर
उन्होंने कहा कि चीन के पास उसके क्षेत्र में खास ताकते हैं लेकिन वायुसेना हर प्रकार की स्थिति से निबटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने यह उम्मीद भी जताई है कि चीन के साथ लद्दाख सेक्टर में डिसइंगेजमेंट वार्ता पर सफलता मिलेगी। भारत और चीन के बीच 12 अक्टूबर को सांतवें स्तर की कोर कमांडर वार्ता होनी है। वायुसेना प्रमुख ने पिछले दिनों कहा था कि उत्तरी सीमाओं पर वर्तमान स्थितियां बहुत ही चुनौतीपूर्ण हो गई हैं। उनका इशारा चीन से लगी सीमा की तरफ था। आईएएफ चीफ, चीफ एयरमार्शल भदौरिया ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने संबोधन में कहा था, 'हमारी उत्तरी सीमाओं पर वर्तमान सुरक्षा परिदृश्य बहुत ही असहज है, न युद्ध है और न हीं शांति वाली स्थिति इस समय है। हाल ही में राफेल जेट के शामिल होने के साथ ही आईएएफ की क्षमताओं में तेजी से रणनीतिक इजाफा हुआ है।'
राफेल से लेकर चिनुक तक
वायुसेना दिवस के मौके पर आयोजित होने वाले फ्लाइ पास्ट में राफेल जेट भी शामिल होगा। इस दौरान कुल 56 एयरक्राफ्ट शामिल होंगे जिसमें 19 हेलीकॉप्टर्स और सात ट्रांसपोट एयरक्राफ्ट भी हैं। वायुसेना दिवस के मौके पर पहली बार कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। इस दौरान राफेल को वायुसेना दिवस पर पहली बार दिल्ली के आसमान में उड़ान भरते हुए देखा जा सकेगा। राफेल के अलावा जगुआर, सुखोई-30, मिग-29, तेजस, मिराज 2000, मिग-21 बाइसन भी एयरफोर्स डे के मौके पर परेड में शामिल होंगे। इसके अलावा एमआई-35, अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर, सी-17 ग्लोबमास्टर और सी130 जे सुपर हरक्यूलिस भी परेड में नजर आएंगे। वहीं, चिनुक मल्टी मिशन हेलीकॉप्टर फ्लाइट पास्ट के दौरान स्पेशल एपीयरेंस की भूमिका में होगा।