ऑपरेशन गंगा: सेना के विमानों ने पाकिस्तान एयर स्पेस से बनाई दूरी, छात्रों को लगेगी वैक्सीन
नई दिल्ली, 03 मार्च: रूस और यूक्रेन के बीच भयानक युद्ध जारी है। ऐसे में युद्धग्रस्त देश में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए भारत ने अपना 'ऑपरेशन गंगा' तेज कर दिया है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक अब तक कुल 18,000 भारतीय छात्र यूक्रेन छोड़ चुके हैं और यूक्रेन में फंसे बाकी छात्रों को निकालने के लिए भारत सरकार ने उड़ानों की संख्या बढ़ा दी गई है। ऐसे में छात्रों को लाने का जिम्मा अब वायुसेना के हाथों सौंपा गया है, जिसके चलते गुरुवार तक हंगरी, पोलैंड और रोमानिया से बड़ी संख्या में छात्रों को भारत लाया गया है।
यूक्रेन से सुरक्षित भारत आ चुके 18 हजार छात्र
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को बताया कि ऑपरेशन गंगा के तहत 18,000 भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से सुरक्षित भारत लाया जा चुका है। बीते 24 घंटो में 15 फ्लाइटें भारत आई हैं। अगले 24 घंटो के लिए 18 फ्लाइटों को यूक्रेन भेजा जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि शुरुआत में 20,000 भारतीय नागरिकों का पंजीकरण किया गया था, लेकिन कई ऐसे भी थे जिन्होंने पंजीकरण नहीं कराया था। हमारा अनुमान है कि कुछ सौ नागरिक अभी भी खारकीव में रह रहे हैं। हमारी प्राथमिकता छात्रों को सुरक्षित रूप से बाहर ले जाना है।
सभी छात्रों को तुरंत कोरोना वैक्सीन लगेगी
इस बीच सरकार ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन से लौटने वाले सभी लोगों को तुरंत कोरोना के खिलाफ टीका लगवाना होगा, अगर उन्हें पहले से ही वैक्सीन नहीं लगी है तो। भारत सरकार ने अपनी एडवाइजरी में कहा है कि कोरोना के मद्देनजर यूक्रेन से आने वाले सभी भारतीय छात्रों को कोरोना वैक्सीन की डोज लगवानी चाहिए। अगर वो वैक्सीनेटेड नहीं है तो।
सेना के सी-17 विमानों से वतन वापसी
इधर, यूक्रेन में फंसे भारतीयों के रेस्क्यू के लिए चलाए गए 'ऑपरेशन गंगा' को सफल बनाने में भारतीय वायुसेना की मदद ली जा रही है। वायुसेना के सी-17 विमानों के जरिए वहां से छात्रों की सुरक्षित निकासी की जा रही है। इस विमान के लिए एक साथ 400 से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू किया जा सकता है। इस मिशन के तहत भारतीय वायु सेना ने यूक्रेन की सीमा से लगे देशों से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से परहेज किया है। बता दें कि फोर्स ने यूक्रेन सीमा पार कर चुके भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए बुधवार को चार सी-17 परिवहन विमान भेजे थे। सभी चार विमान गुरुवार तड़के 798 नागरिकों के साथ उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हिंडन एयरबेस पर लौट आए।
पाकिस्तान के एयर स्पेस से बनाई दूरी
जानकाारी के मुताबिक फोर्स ने भारतीय नागरिकों को लाने के लिए तीन और विमान भी भेजे हैं। इस बीच पाकिस्तान के एयर स्पेस (हवाई क्षेत्र) से बचने के बारे में एक सैन्य सूत्र ने कहा कि सरकार ने इस्लामाबाद से कोई सैन्य पक्ष नहीं लेने का फैसला किया है। इसके बजाए लगभग 30 मिनट की यात्रा अतिरिक्त की जा रही है। सूत्रों के हवाले से टीओआई की रिपोर्ट में बताया गया कि किसी भी देश के हवाई क्षेत्र से सैन्य विमान उड़ाने के लिए उस देश से विभिन्न अनुमतियों की आवश्यकता होती है, इसलिए इसे टालने का फैसला किया गया है।
याद रहे कि पिछले साल अगस्त में अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद वहां से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए इसी विमान का इस्तेमाल किया गया था। अब ऑपरेशन गंगा के तहत छात्रों की वतन वापसी करवाई जा रही है।