कोरोना से लड़ाई में 90 देशों की मदद करेगा भारत, भेजे जाएंगे 100 करोड़ के मेडिकल उपकरण
नई दिल्ली: चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। दुनिया में अब तक 41 लाख से ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं, जबकि करीब तीन लाख लोगों ने अपनी जान गंवाई है। कोरोना से चल रही इस लड़ाई में भारत लगातार दूसरे देशों की मदद कर रहा है। अब भारत ने 90 देशों को चिकित्सा सहायता उपलब्ध करवाने का फैसला लिया है। इसमें अभी 110 से 120 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान है।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक विदेश मंत्रालय ने 67 देशों को 60 करोड़ रुपये की चिकित्सा सहायता उपलब्ध करवाने का वादा किया है। जिसमें दवा, टेस्ट किट आदि शामिल होंगे। पीएम मोदी के निर्देश पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर दूसरे देशों में इन उपकरणों को पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने पश्चिमी एशियाई देशों जैसे सऊदी अरब, यूएई, कुवैत, जॉर्डन आदि पर फोकस किया है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत सरकार ने पहले ही दक्षिण एशियाई क्षेत्र, हिंद महासागर क्षेत्र, खाड़ी और मध्य एशिया में बसे 29 देशों को मेडिकल सप्लाई पहुंचाई थी। इसमें डोमिनिकन रिपब्लिक और इक्वाडोर जैसे बहुत दूर स्थित देश भी शामिल हैं। इन देशों में 28 करोड़ की मदद पहुंचाई जा चुकी है, जबकि 13.6 करोड़ रुपये के मेडिकल सामानों को जल्द ही पहुंचा दिया जाएगा।
जाति, पंथ या धर्म के आधार पर कोरोना संक्रमण की मैपिंग की खबरें गैरजिम्मेदाराना: लव अग्रवाल
67 देशों में पहुंचाई जा रही हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन
कोरोना की वजह से अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों पर प्रतिबंध लगा हुआ है। जिस वजह से भारत ने मालदीव, मॉरीशस, मेडागास्कर, कोमोरोस और सेशेल्स जैसे हिंद महासागर क्षेत्र में स्थिति देशों में मदद पहुंचाने के लिए नौसेना के जहाज आईएनएस केसरी को तैनात किया है। विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक 40 फीसदी मदद पहुंचाई जा चुकी है, बाकी इस हफ्ते सार्क देशों में पहुंचा दी जाएगी। इसके अलावा भारत 67 देशों को 10 मिलियन हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन उपलब्ध करवा रहा है। वहीं अफ्रीका, पश्चिमी एशिया, उत्तरी अफ्रीका में स्थित कई देशों ने अतिरिक्त मदद के लिए अनुरोध किया है।