रूस और चीन के विदेश मंत्रियों की वर्चुअल बैठक में भारत भी लेगा हिस्सा: विदेश मंत्रालय
नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में भारत ने लगातार 8वीं बार गैर-स्थायी सदस्य के चुनाव में बड़ी जीत हासिल की है। सीमा पर तनाव के बीच भारत का यूएनएससी सदस्य बनना चीन के लिए एक और बड़ा झटका है। गुरुवार को एक प्रेसवार्ता में विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) विकास स्वरूप ने कहा, यह संयुक्त राष्ट्र में भारत की सद्भावना को दिखाता है और परिषद के काम में योगदान देने के लिए भारत की क्षमताओं पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के विश्वास को दोहराता है।
बता दें कि यूएनएससी का यह चुनाव एशिया-पैसिफिक श्रेणी में गैर-स्थायी सदस्य का था, जिसमे भारत 2021-2022 के लिए लगभग निर्विरोध चुना गया है। युनाइटेड नेसंश में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति ने बताया कि युनाइटेड नेसंश के सदस्यों ने भारत का सिक्योरिटी काउंसिल के गैर स्थायी सदस्य के दौर पर जबरदस्त समर्थन किया। भारत को 192 में से 184 देशों ने अपना समर्थन दिया।
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RIC
की
बैठक
में
भाग
लेगा
भारत
चीन
के
साथ
सीमा
पर
जारी
गतिरोध
पर
बोलते
हुए
विदेश
मंत्रालय
के
प्रवक्ता
अनुराग
श्रीवास्तव
ने
कहा,
हम
सीमा
क्षेत्रों
पर
शांति
के
स्थापित
करने
के
लिए
बातचीत
के
माध्यम
से
मतभेदों
का
समाधान
निकालने
में
विश्वास
रखते
हैं।
जैसा
कि
पीएम
ने
कल
कहा
था,
हम
भारत
की
संप्रभुता
और
क्षेत्रीय
अखंडता
को
सुनिश्चित
करने
के
लिए
दृढ़ता
से
प्रतिबद्ध
हैं।
इसके
अलावा
विदेश
मंत्रालय
ने
23
जून
को
होने
वाली
RIC
(रूस-भारत-चीन)
के
विदेश
मंत्रियों
की
बैठक
में
भारत
के
हिस्सा
लेने
की
भी
पुष्टि
की
है।
इस
बीच
भारत
और
पाकिस्तान
के
बीच
बैठक
पर
उन्होंने
कहा,
जहां
तक
उपलब्ध
जानकारी
के
अनुसार,
पाकिस्तान
ने
इस
बैठक
में
शामिल
होने
से
इनकार
कर
दिया
है,
पाकिस्तान
को
आज
(गुरुवार)
आयोजित
होने
का
प्रस्ताव
दिया
गया
था।
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