अमेरिकी उप-विदेश मंत्री स्टीवन बाइगन का बड़ा बयान, भारत-अमेरिका के लिए बस एक खतरा-चीन
नई दिल्ली। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में अब बस कुछ ही दिन बचे हैं। चुनाव से पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के हाई-प्रोफाइल मंत्रियों का भारत दौरा शुरू हो चुका है। सोमवार को अमेरिकी उप-विदेश मंत्री स्टीवन बाइगन भारत आए हैं। स्टीवन ने यहां पर विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका दोनों ही के लिए चीन एक बड़ी चिंता बन चुका है। बाइगन की मानें तो चीन दोनों ही देशों के लिए बड़ा खतरा बन गया है। बाइगन की मानें तो जिस तरह से चीन, दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों पर प्रतिक्रिया दे रहा है, उसे लेकर खासी चिंता है।
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चीन को लेकर अलर्ट रहने की जरूरत
स्टीवन बाइगन अनंत सेंटर इंडिया-यूएस फोरम के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। यहां पर उन्होंने कहा, 'बिल्कुल, जैसे-जैसे हम आगे बढ़ रहे हैं, एक खतरा भी बढ़ता जा रहा है-चीन। पिछले हफ्ते विदेश मंत्री पोंपेयो ने जब मंत्री जयशंकर के अलावा अपने जापानी और ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष से टोक्यो में मुलाकात की तो मैंने भारत के रिटायर्ड राजनयिक अशोक कांत की टिप्पणियों को पढ़ा। मैं उनकी एक टिप्पणी पर ही रूक गया।' उन्होंने कहा कि वह, अशोक कांत की उस बात से सहमत नजर आए जिसमें कहा गया था कि भारत और अमेरिका दोनों को ही अलर्ट रहने की जरूरत है। बाइगन ने आगे कहा कि अमेरिका, भारत की रणनीतिक स्वायत्ता की सराहना करता है। अमेरिका के पास असाधारण मौके हैं कि वह भारत के साथ सुरक्षा संबंधों को मजबूत कर सके। उनका कहना है कि आने वाले भविष्य के बारे में अब यह संबंध कोई राज नहीं रहे गए हैं।
अपने रक्षा मंत्री के साथ आने वाले हैं पोंपेयो
अमेरिकी उप-विदेश मंत्री के मुताबिक भारत के पास रणनीतिक स्वायत्ता की एक मजबूत और गौरवशाली परंपरा है। उन्होंने कहा ट्रंप प्रशासन यह हरगिज नहीं चाहता है कि भारत इस परंपरा को बदले। बाइगन के साथ मुलाकात में जयशंकर ने राजनीतिक और क्षेत्रीय मसलों पर चर्चा की है। जयशंकर ने ट्वीट कर लिखा, 'हमने द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की सराहना करता हूं। उम्मीद है कि यह साझेदारी आने वाले समय में और प्रगाढ़ होगी।' बाइगन के दौरे के बाद विदेश मंत्री माइक पोंपेयो और रक्षा मंत्री मार्क एस्पर भारत आने वाले हैं। दोनों नेता यहां पर 2 प्लस 2 सम्मेलन में शामिल होंगे और अपने समकक्षों के साथ मीटिंग करेंगे।