UN में भारत ने पाकिस्तान को घेरा, बताया आतंक की फैक्ट्री, कश्मीर पर OIC को हस्तक्षेप का हक नहीं
जिनेवा: संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 46वें सत्र में भारत के हाथों एक बार फिर पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी है। भारत की ओर से संयुक्त राष्ट्र के सचिव पवन कुमार बाधे ने पाकिस्तान में आंतकवाद को पनाह देने और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वहां के नेताओं ने भी इस बात को कबूला है कि पाकिस्तान आतंकवादियों को पैदा करने की फैक्ट्री बन चुका है। साथ ही उन्होंने बोला कि पाकिस्तान ने इस बात को नजरअंदाज कर रहा है कि आतंकवाद मानवाधिकारों के हनन का सबसे खराब रूप है और आतंकवाद के समर्थक मानव अधिकारों का सबसे बुरा हनन करते हैं।
Recommended Video
सचिव ने यह भी सुझाव दिया कि परिषद को यह पूछना चाहिए कि ईसाई, हिंदू और सिख जैसे अल्पसंख्यक समुदायों का आकार आजादी के बाद से क्यों कम हो गया है और वे क्यों और अन्य समुदाय जैसे अहमदिया, शिया, पश्तून, सिंधी और बलूच के अधीन हैं। ब्रैकनियन ईशनिंदा कानून, प्रणालीगत उत्पीड़न और जबरन धर्मांतरण हो रहा है। उन्होंने आगे बताया कि पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों के पवित्र और प्राचीन स्थलों पर हमला किया जा रहा है।
भारत के यूएन स्थायी मिशन के प्रथम सचिव पवनकुमार बाधे ने यह भी उजागर किया कि बलूच मानवाधिकार रक्षकों के लापता होने और हत्याओं से पता चलता है कि मानवाधिकार समर्थक पाकिस्तान जाने के बाद भी सुरक्षित नहीं हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कई मौकों पर अल्पसंख्यकों के रक्षा करने की कसम खाने के बावजूद उनकी सुरक्षा के लिए कोई कड़ा कदम नहीं उठाया है।
Special Report: भारत-अमेरिका की मजबूत दोस्ती से चिंता में पाकिस्तान, जो बाइडेन से भी टूटी उम्मीदें
इस्लामिक सहयोग संगठन के बयान को किया खारिज
भारत ने जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश पर इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के बयानों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि OIC के बयान में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के संदर्भ को हम अस्वीकार करते हैं। जम्मू और कश्मीर से संबंधित मामलों पर टिप्पणी करने का उनका कोई अधिकार नहीं है, वो भारत का अभिन्न और अविभाज्य अंग है। यह अफसोसजनक है कि OIC पाकिस्तान द्वारा भारत विरोधी दुष्प्रचार करने के लिए अनुमति देता है। आपको बता दें कि इस्लामिक सहयोग संगठन पाकिस्तान समेत 60 मुस्लिम बहुल देशों का संगठन है। जो हमेशा से ही भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी विवाद के मामले में पाकिस्तान का पक्ष लेता रहा है।